महासंघ की सरदारी को एक मंच पर आएंगे कर्मचारी नेता

Monday, Oct 08, 2018 - 10:54 AM (IST)

शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की सरदारी को लेकर समानांतर गुटों के कर्मचारी नेता एक मंच पर आने को तैयार हो गए हैं। इसके तहत समानांतर कर्मचारी गुटों ने बैठक कर समाधान निकालने का निर्णय लिया है। साथ ही इस माह के अंत तक महासंघ के गठन को अंतिम रूप देने पर सहमति जताई है। उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय में महासंघ की सरदारी को लेकर सुरेंद्र ठाकुर, विनोद कुमार और अश्विनी ठाकुर धड़े में रस्साकशी चल रही है। 

कर्मचारी गुटों के आपस में बंटने के कारण कई कर्मचारी नेताओं ने सर्वसम्मति राय बनाकर प्रदेश कार्यकारिणी गठन का सुझाव दिया। इस सुझाव के अनुसार सभी गुटों के नेता आपस में बैठकर बीच का रास्ता निकालेंगे। यदि बातचीत से रास्ता न निकल पाया तो उच्च पद के लिए चुनाव करवाने के विकल्प पर भी विचार किया जाएगा। सहमति बनने की स्थिति में प्रदेश के अलावा जिला और विभागीय स्तर की कार्यकारिणी में फेरबदल होने की संभावना है, जिससे सभी गुटों को उसकी क्षमता के अनुसार प्रतिनिधित्व दिया जा सके। 

23 तक होंगे चुनाव: विनोद 
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बनैर तले प्रदेश में चुनाव करवा रहे संयोजक विनोद कुमार का कहना है कि 23 अक्तूबर तक राज्य कार्यकारिणी के चुनाव संपन्न करवाने के प्रयास किए जाएंगे। यह चुनाव संभवत: बिलासपुर में करवाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बातचीत के माध्यम से भी रास्ते को निकालने का प्रयास किया जा रहा है ताकि सशक्त महासंघ का गठन हो सके। 

बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने का प्रयास: ठाकुर
पूर्व प्रेम कुमार धूमल सरकार के समय हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर गुट के महासचिव एन.आर. ठाकुर का कहना है कि बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए कोर कमेटी सभी पक्षों से चर्चा करके बीच का रास्ता निकालने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव सुरेंद्र ठाकुर की अधिसूचना के अनुसार ही होंगे। उन्होंने कहा कि महासंघ को मजबूत करना कर्मचारी हित में है। ऐसे में सभी पक्षों को व्यक्तिगत स्वार्थ छोड़कर कर्मचारी हित के लिए एकजुट होना होगा।

बातचीत से निकल सकता है समाधान: अश्वनी 
हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग गैर शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष अश्वनी ठाकुर ने कहा कि बातचीत के जरिए समाधान निकल सकता है। उन्होंने कहा कि बातचीत करने को लेकर सहमति बनी है, जिसमें कर्मचारी हितों को सबसे ऊपर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी कर्मचारी महासंघ को सशक्त देखना चाहते हैं। हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के गठन से कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान खोजा जा सकेगा। इसके लिए सर्वसम्मति राय बनने से कर्मचारियों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों की महासंघ से बहुत सी उम्मीदें हैं, जिसे नई प्रदेश कार्यकारिणी को पूरा करना होगा।

Ekta