देवभूमि में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती का ऐसे हुआ पर्दाफाश, 4 लोगों पर मामले दर्ज

Tuesday, May 23, 2017 - 11:11 PM (IST)

मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के अंतर्गत आती चौहारघाटी में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती हो रही है। इस बात का खुलासा हालांकि पंजाब केसरी ने पहले ही समाचार प्रकाशित कर किया था लेकिन सोमवार देर शाम को राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंडी की टीम ने अचानक बथेरी इलाके में दबिश देकर इस बात को पुख्ता कर न केवल खेती करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया, वहीं उसकी डेढ़ बीघा जमीन पर लहलहा रही अफीम की फसल को नष्ट भी कर दिया। 



थल्टूखोड़ में 3 लोगों पर मामले दर्ज
इसके बाद मंगलवार सुबह आनन-फानन में पधर पुलिस भी चौहारघाटी के दूसरे क्षेत्र थल्टूखोड़ इलाके में पहुंची और वहां 3 लोगों के खिलाफ अफीम की खेती करने पर एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामले दर्ज किए। इस दौरान पधर पुलिस की 2 टीमों ने करीब 13500 पौधे नष्ट किए जबकि अकेले विजीलैंस की टीम ने कार्रवाई करते हुए 67 हजार पौधे नष्ट कर एक व्यक्ति बथेरी के लारकी निवासी किशन चंद के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामला स्थानीय पटवारी की ओर से की गई निशानदेही के आधार पर दर्ज कर लिया है। 



जमीन का मालिक मौके से हुआ फरार
गांव में विजीलैंस की टीम को सादी वर्दी में आते देख जमीन का मालिक किशन चंद मौके से ही रात के अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया है जबकि आसपास के गांव के लोगों में इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है। कुछ लोगों ने स्वयं ही अपने घरों के आंगन में उपजे अफीम के पौधे उखाड़ फैंकने शुरू कर दिए हैं और जहां अन्य दुर्गम स्थानों में खेती हुई है वहां से इस धंधे में संलिप्त लोग भाग खड़े हुए हैं। 



कार्रवाई के पहले दिन नष्ट किए 80 हजार पौधे 
रात के अंधेरे में पूरे एक दशक बाद यहां जिला पुलिस व विजीलैंस ने अलग-अलग कार्रवाई कर इस धंधे से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा दिया है। जिला पुलिस व विजीलैंस द्वारा की अलग-अलग कार्रवाई में पहले दिन क रीब 80 हजार पौधे नष्ट किए गए। बता दें कि 10 वर्ष पूर्व यहां जब कार्रवाई हुई थी तो पुलिस पर लोगों ने पथराव तक किया था। इसके बाद कई वर्षों तक अफीम नष्ट करने का अभियान चलता रहा लेकिन इस बार मिली पुख्ता जानकारी के बाद पुलिस व विजीलैंस ने समाचार प्रकाशित होते ही सख्त कार्रवाई अमल में लाई।