समस्याओं को लेकर धरने पर बैठे किसान, विधायक-सरकार को दी ये चेतावनी

Thursday, Jun 07, 2018 - 11:04 PM (IST)

बिलासपुर: घुमारवीं चुनाव क्षेत्र के किसानों की समस्याओं का समाधान न किए जाने से गुस्साए किसान संघर्ष समिति पदाधिकारियों व सदस्यों ने प्रदेश सरकार को नींद से जगाने के लिए एस.डी.एम. कार्यालय घुमारवीं के बाहर सांकेतिक धरना दिया। धरने का आयोजन संघर्ष समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणजीत सिंह ठाकुर व संघर्ष समिति के महासचिव बृज लाल शर्मा की अगुवाई में किया गया। धरने में कइयों ने भाग लिया। उन्होंने स्थानीय विधायक को चेताया कि यदि किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया गया तो किसान बड़ा आंदोलन करने से भी परहेज नहीं करेंगे।


ज्ञापन सौंपने के बाद भी नहीं की गौर
बृज लाल शर्मा ने सरकार को चेताया है कि इस आंदोलन का खमियाजा पूर्व सरकार के विधायक को भी भुगतना पड़ा था। उन्होंने सरकार के खिलाफ  जमकर नारेबाजी भी की। उन्होंने बताया कि घुमारवीं के वर्तमान विधायक को भी संघर्ष समिति ने किसानों की समस्याओं को लेकर उनके निवास पर ज्ञापन सौंपा था। उसके ऊपर उन्होंने कोई भी गौर करना उचित नहीं समझा। उन्होंने अपने ज्ञापन में काले कानून एक्ट को वापस लेने, बेसहारा पशुओं, जंगली जानवरों व बंदरों का प्रदेश सरकार द्वारा प्रबंध करने तथा घुमारवीं अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों की नियुक्ति करने की मांग की।


बोट लेकर जीतने के बाद भूल जाती हैं सरकारें
समिति के उपाध्यक्ष ने कहा कि सरकारें किसानों को प्रलोभन देकर वोट लेती आई हैं लेकिन जीतने के बाद उनको भूल जाती हैं। उन्होंने सरकार को चेताया है कि अगर किसानों की समस्याओं का निपटारा शीघ्र नहीं किया तो किसानों और सरकार की आर-पार की लड़ाई सड़कों पर होगी, जिसके लिए सरकार तैयार रहे।


धरने में ये रहे मौजूद
इस धरने में समिति के सलाहकार राम प्रकाश वशिष्ठ, दौलत राम, संत राम कौंडल, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता मोहर सिंह ठाकुर, समिति के मुख्य सलाहकार सोहन सिंह पटियाल, हेमराज शर्मा, प्रताप कौंडल, लौंगू राम, दलेल सिंह, लेख राम, भाग सिंह, रघुनाथ जसवाल, राजेंद्र कुमार, तुलसी राम, सावित्री देवी, इंद्री देवी, नीलम, बंती देवी, सोनिया, रतनी देवी, कांता देवी, कला देवी, रूपा देवी, सिमरो देवी, अमीचंद, बिशन दास व रूप लाल आदि ने भाग लिया।

Vijay