बारिश की वजह से गेहूं की फसल बर्बाद, किसानों सरकार से लगाई मुआवजे की गुहार

Tuesday, Apr 28, 2020 - 01:46 PM (IST)

बड़सर (अशोक राना) : बड़सर में पिछले दो दिनों से हो रही बेमौसमी बारिश की वजह से किसानों परेशानी बढ़ गई है। बारिश की वजह से किसान गेहूं की फसल की कटाई नहीं कर पा रहे हैं। किसानों ने जैसे तैसे गेहूं की फसल की थोड़ी बहुत कटाई की, लेकिन बारिश से किसानों की फसल पूर्ण रूप से भीग चुकी है। जिस कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। कुछ दिन पहले पीला रतुआ की मार झेल रहे किसानों की बेमौसमी बारिश ने कमर ही तोड़ दी है। जिला के कुछ एक जगहों में ओलावृष्टि भी हुई है जिससे आडू, आम, नींबू, सरसों की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जिला के सुजानपुर, बड़सर, भोरंज, नादौन, हमीरपुर में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है। 

किसानों की माने तो इस बार गेहूं की फसल की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद थी। लेकिन ज्यादा बारिश होने से फसल पूर्ण रूप से बर्बाद हो चुकी है। फसल की कटाई भी बारिश की वजह से नहीं हो पाई है। बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से फसल काफी हद तक खराब हो गई। लेकिन उसके बाद भी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। किसानों के चेहरों पर शिकन देखी जा रही है क्योंकि एक तो कोरोना महामारी ने किसानों व लोगों की कमर तोड़कर रख दी है, दूसरा बारिश ने गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है। जिस कारण इस महंगाई के दौर में किसानों का गुजारा करना दूभर हो गया है। वहीं किसानों ने सरकार से मांग की है कि फसल के खराब होने के चलते मुआवजा दिया जाए। 

वहीं ग्रामीण महिला सत्या देवी, नीलम, ज्योति और किसान जोगिंद्र सिंह ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बारिश और ओला वृष्टि से उनकी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि गेहूं की फसल पूर्णतया बर्बाद हो चुकी है, उन्हें मुआवजा प्रदान किया जाए। गौरतलब है कि इस बार भारी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की गेहूं की फसल पूर्ण रूप से बर्बाद कर दी है। बारिश ने अन्य सब्जियों और फलों को भी नुकसान पहुंचाया है।
 

Edited By

prashant sharma