स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर आर्थिकी सुधार रहे पांवटा के किसान

Sunday, Feb 04, 2018 - 03:56 PM (IST)

पांवटा साहिब(सतीश) : बीते एक दशक से पांवटा दून क्षेत्र के किसान स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर रहे है। कई मुश्किलों के बाद किसानो की स्ट्रॉबेरी की फसल का उत्पादन अच्छे स्तर पर होना शुरू हो गया। इलाके के प्रगतिशील किसानो ने पारम्परिक फसलों की जगह स्ट्राबेरी का उत्पादन करना शुरू कर दिया है। जिससे उन्हें आर्थिक रूप से फायदा भी हो रहा है। प्रति एक बीघा भूमि में किसान 80 हजार रूपए तक का मुनाफा उठा रहे है। इस कारोबार से न केवल किसानो की आर्थिक दशा में सुधार आ रहा है। बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार मिल रहा है। जहां एक और मजदूरों को खेतों में छोटा मोटा काम मिल रहा है। वहीँ दूसरी और दर्जनों लोग सड़क किनारे स्ट्रॉबेरी बेच कर पैसा कमा रहे है।

 

किसान अपने स्तर पर ही स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर रहे
स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर किसान अपनी आर्थिक दशा सुधारना चाहते है। लेकिन कहीं न कहीं सरकार का उदासीन रवैया और कृषि विभाग का निठल्लापन बीच में बाधा बना हुआ है। किसान अपने स्तर पर ही स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर रहे है, जिसमे न तो कृषि वैज्ञानिकों का सहयोग मिल रहा है और न ही सरकार से आर्थिक सहायता ,किसानो का मानना है। यदि सरकार पांवटा दून क्षेत्र के किसानो का स्ट्राबेरी उत्पादन को लेकर सहयोग करें तो यहां के किसान समृद्ध बन सकते है। अभी तक किसानों को स्ट्रॉबेरी की पौध व कीटनाशक दवाओं के लिए निजी विक्रेताओं के पास लुटना पड़ रहा है। यदि सरकार इस और ध्यान दें तो किसानों की आर्थिक दशा में सुधार हो सकता है।