Watch Viedo: कहीं फिर न जाए किसानों की मेहनत पर पानी

Friday, Nov 24, 2017 - 03:28 PM (IST)

हमीरपुर: जिला में कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे किसान और बागबानों को फसल की चिंता सता रही है।  बारिश न होने से सूखी ठंड ने भी जोर पकड़ लिया है जिससे लोगों को भी सर्दी, जुखाम और बुखार से जूझना पड़ रहा है। कुल मिलाकर मौसम की मार से किसान से लेकर आम आदमी भी परेशानी के दौर में है। 



किसानों की आशाओं पर फिर रहा पानी
गौरतलब है कि जिला में ज्यादातर किसान गेहूं की खेती करते हैं। गेहूं की बुआई के लिए 15 नवंबर तक समय बहुत ही अनुकूल रहता है, लेकिन बारिश न होने के चलते किसान की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। अधिकांश किसानों ने खेतों की बुआई के लिए बीज व खाद खरीद कर रख ली है। आसमान में बादल तो छाए हैं, परंतु बारिश की फुहारें न गिरने से किसान वर्ग बहुत ही चिंतित हैं। हालांकि जिला भर के हिस्सों में बारिश की कुछ बूंदें तो पड़ी, परंतु इन बूंदों से जमीन की परत भी गिली नहीं हो पाई है। 

बुआई पर खर्चे हजारों
किसानों अमित कुमार और विजय कुमार ने बताया कि  अगर समय रहते बारिश न हुई तो ऐसे में खेतों की बुआई व भारी भरकम खर्च कर खरीदा गया बीज खेतों के सूखने से खराब हो जाएगा। बारिश ना होने से खेत पूरी तरह से सूख गए हैं। अगर जल्द बारिश न हुई तो दोबारा से बिजाई करनी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि बारिश की कमी के चलते गत साल भी फसल कम हुई थी और उन्हें काफी नुकसान हुआ था। 

शुष्क मौसम ने काम किया खराब
बारिश ना होने से अस्पताल में भी मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। शुष्क मौसम से लोगों को जुखाम बुखार गले की बीमारी हो रही है। क्षेत्रीय अस्तपाल हमीरपुर में तैनात डाक्टर पुष्पेन्द्र वर्मा ने बताया कि सर्दियों के मौसम में ज्यातर बच्चों और बुजुर्गों मे खासी जुखाम, बुखार आदि रोगो होते हैं। उन्होंने कहा कि ठंड में एहतियात बर्तनी चाहिए।