मंडी में गरजे प्रदेशभर के फोरलेन प्रभावित, शहर में रैली निकालने के बाद CM को भेजा मांग पत्र

Tuesday, Oct 16, 2018 - 11:03 AM (IST)

मंडी : प्रदेशभर से आए फोरलेन व अन्य परियोजनाओं के प्रभावितों ने सोमवार को मंडी में प्रदर्शन किया। पहले इस प्रदर्शन को रोष रैली व सामूहिक भूख हड़ताल के रूप में किया जाना था, लेकिन बीते 13 अक्तूबर को शिमला में सी.एम. जयराम ठाकुर के निर्देश पर वन, परिवहन एवं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय वार्ता में सरकार द्वारा दिखाई गई गंभीरता के बाद इस रैली को मांग रैली में बदल दिया गया।

संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष सेवा. बिग्रेडियर खुशहाल ठाकुर की अगुवाई में प्रदेशभर से आए प्रभावित पड्डल मैदान में इक_े हुए, जहां से हाथों में मांगों की तख्तियां लेकर पूरे शहर में रैली निकाली। इसमें मुख्य तौर पर भूमि अधिग्रहण कानून की पालना करने, पूरे प्रदेश के ग्रामीण इलाकों से टी.सी.पी. को हटाने, 5 मीटर की कंट्रोल विड्थ में राहत, बाजार भाव के अनुसार 4 गुना मुआवजा देने और पुनर्वास व पुनस्र्थापन की प्रक्रिया को तेजी से शुरू करने आदि मांगों के नारे प्रमुख रहे। मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए यह रैली डी.सी. कार्यालय के बाहर पहुंची, जहां पर डी.सी. ऋग्वेद ठाकुर के माध्यम से एक 13 सूत्रीय ज्ञापन सी.एम. को भेजा गया।

न तो कांग्रेस ने सुनी और न ही 8 माह में भाजपा ने 
सेरी मंच के सामने चाननी में प्रद1ेश से आए प्रभावितों को संबोधित करते हुए ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने कहा कि पिछले 3 सालों से संघर्ष समिति दलगत राजनीति को दूर रखते हुए अपनी मांगों को उठा रही है मगर न तो कांग्रेस सरकार ने उनकी बात को सुना और न ही पिछले 8 महीनों से प्रदेश की भाजपा सरकार उनकी सुन रही थी। अब जबकि प्रदेश के प्रभावितों में हाहाकार मच गई है तो सरकार गंभीर हुई, जिसके चलते 13 अक्तूबर को शिमला सचिवालय में उच्च स्तरीय वार्ता सी.एम. जयराम ठाकुर के आदेश पर कैबिनेट मंत्री गोविंद ठाकुर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मंत्री ने भी माना कि बहुत-सी बातों के बारे में सरकार को ज्ञान नहीं था और सरकार से भूल भी हुई है, जिसे अब सुधारा जाएगा।

इसमें हर स्तर पर बैठकें करने तथा बड़े मुद्दों पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर गठित करके उन्हें सुलझाने की बात सरकार ने कही। स्वयं सी.एम. जयराम ठाकुर ने फोन पर फोरलेन प्रभावितों की मांगों पर गंभीरता दिखाते हुए हल खोजने का भरोसा दिया। खुशहाल ठाकुर ने कहा कि सरकार की इस बड़ी पहल का हम स्वागत करते हैं तथा उम्मीद है कि अब कोई न कोई हल जरूर निकलेगा।

सरकार मांगें हल करती है तो नहीं होगा कोई भी आंदोलन
ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने कहा कि किसान-बागवान, भवन मालिक व दुकानदार जो उजड़ गए हैं, के पास आंदोलन करने या कोर्ट में जाने का समय नहीं है। यदि सरकार उनके दर्द को समझती है और उनकी समस्याओं व मांगों का निदान करती है तो किसी को कोई आंदोलन करने का शौक नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रभावित कानून से ज्यादा कुछ नहीं मांग रहा है तथा जो कानून में है, उसके तहत ही मांग की जा रही है। खुशहाल ठाकुर ने कहा कि सरकार यदि गंभीरता के साथ मांगों को हल करती है तो कोई आंदोलन नहीं होगा, अन्यथा प्रदेश भर के प्रभावित अब लामबंद हो गए हैं और अपने अधिकारों की रक्षा व भूमि अधिग्रहण अधिनियम की अनुपालना के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

रैली में इन्होंने भरी हुंकार 
सोमवार को हुई संयुक्त संघर्ष समिति की रैली में फोरलेन संघर्ष समिति के सभी यूनिट से आए पदाधिकारी व सदस्य, नूरपुर संघर्ष समिति के प्रधान सूबेदार मेजर दरबारी व महासचिव विजय सिंह हीर, जनजागरण एवं विकास संस्था कुल्लू के प्रधान लाल चंद कटोच व सचिव चमन लाल भारद्वाज, चमेरा चरण प्रथम विस्थापित प्रभावित परिवार कल्याण समिति के प्रधान ठाकुर चमन सिंह व कानूनी सलाहकार अक्षय जरयाल, जनकल्याण सभा बद्दी के प्रधान जगदीश चंद्र व सचिव चरण दास, सड़क परिवहन जनहित विकास मंच के अध्यक्ष डोला सिंह महंत व उपाध्यक्ष रविंद्र महंत, फू्रट ग्रोवर एसोसिएशन कुल्लू के प्रधान राजवीर महंत, सोलन-परवाणु-शिमला संघर्ष समिति के मनोज कुमार, राम स्वरूप शर्मा व राजेश कुमार, हिमाचल किसान सभा के सचिव गुरिया राम व प्रधान हेमराज, व्यापार मंडल कनैड सुंदरनगर के प्रधान विजय ठाकुर, बल्ह विकास समिति के अध्यक्ष यशवंत सिंह गुलेरिया, सैंज पार्वती चरण-2 एन.एच.पी.सी. प्रभावित संघ के प्रधान बाल मुकुंद, मंडी नागरिक अधिकार मंच से सरिता हांडा, हिमाचल किसान बचाओ अभियान के अध्यक्ष देशराज शर्मा तथा नगवाईं पंचायत की प्रधान कौशल्या देवी व उपप्रधान उत्तम चंद सहित अनेक प्रभावित मौजूद रहे। 
 

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