जाली करंसी मामला : आरोपी देवा ने उगला किशन उर्फ भूत का नाम

Wednesday, May 02, 2018 - 01:03 AM (IST)

मंडी/गोहर: गोहर थाने में दर्ज जाली करंसी मामले में मलाणा से एक और आरोपी भूमिगत हो गया है जिसकी तलाश में पुलिस ने नाकाबंदी कर दी है। सोमवार को पुलिस मलाणा पहुंची और जाली करंसी मामले में दूसरे आरोपी देवा निवासी मलाणा के घर में छापामारी की लेकिन उसके कब्जे से बयान के मुताबिक 3 लाख 50 हजार रुपए की जाली करंसी के नोट बरामद नहीं हो सके। पूछताछ में आरोपी देवा ने अब एक और व्यक्ति किशन उर्फ भूत निवासी मलाणा का नाम उगला है जो गांव से फरार बताया जा रहा है। 


लेनदेन के चलते किशन को दे दिए पैसे 
बयान के मुताबिक देवा को जब 2 किलोग्राम चरस डील के बाद मिले 5 लाख 50 हजार के नोट नकली होने का पता चला तो उसने लेनदेन कर ये पैसे किशन उर्फ भूत को दे दिए हैं जिससे देवा का लेनदेन है लेकिन जैसे ही गोहर थाने के तहत बगस्याड़ शाखा में लाल सिंह के नकली नोट सहित पकड़े जाने की खबर मलाणा पहुंची तो भूत गांव छोड़ भाग गया लेकिन देवा नोट अपने पास न होने के चलते गांव में ही बेखौफ घूमता रहा लेकिन जब पहचान लिया गया तो लाल सिंह को अपना नाम तेजू बताने वाले देवा की असलियत भी सामने आ गई क्योंकि लाल सिंह से चरस देवा ने ही खरीदी थी और उसे आधा किलो चरस खरीदने के बाद 2 लाख 10 हजार रुपए कैश में दिए थे। 


हरियाणा के 3 लोगों की तलाश 
देवा ने कड़ी पूछताछ में खुलासा किया कि इसी माह 3 लोग हरियाणा से कार में आए थे और उससे 2 किलोग्राम चरस 14 अप्रैल रात को खरीदी और बदले में उसे गुडग़ांव निवासी अंकित नाम के एक व्यक्ति ने 2 हजार के नोटों में कुल 5.60 लाख रुपए दिए और दूसरे दिन जब उसे नोटों के नकली होने का पता चला तो उसने गोहर के द्रुणु निवासी लाल सिंह से चरस खरीदी और उसे 2.10 लाख रुपए के नकली नोट थमा दिए और बाकी की रकम लेनदेन में किशन उर्फ भूत को चुकता कर दी। इस लेनदेन का देवा खुलासा नहीं कर रहा है जबकि सूत्रों के मुताबिक इस लेनदेन में भी चरस डील ही है। अब पुलिस न केवल भूत को सरगर्मी से तलाश रही है बल्कि गुडग़ांव के उन 3 युवकों की भी तलाश में जुट गई है।


विक्रांत नाम से है सिम 
जरी-चौकी से लेकर औट थाने तक सी.सी.टी.वी. खंगाले जा रहे हैं और 15 व 16 अप्रैल की रात वापस गए युवकों के वाहन को खोजा जा रहा है, वहीं जिस मोबाइल से अंकित नाम के व्यक्ति ने देवा से चरस डील को लेकर बात की है, उसकी सी.डी.आर. लेकर यह पता लगाया है कि सिम कार्ड किसी विक्रांत के नाम से है और चरस डील से पहले से ही देवा से उसकी बात होती रही है, जिससे पुलिस को आशंका है कि इसमें बहुत बड़े रैकेट का हाथ है।


बाहर से स्मैक लाकर यहां से ले जाते हैं चरस
नकली करंसी मामले में अभी तक की जांच से तो यही सामने आ रहा है कि चरस के धंधे में नकली नोट चलाने का धंधा खूब धड़ल्ले से चल रहा है क्योंकि इस धंधे में संलिप्त लोग बैंक से लेन-देन नहीं करते और केवल नकदी से ही खरीद-फरोख्त चलती है, ऐसे में किसी बड़े गिरोह के साथ जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि गुडग़ांव के ये युवक काफी समय से मलाणा व मणिकर्ण में घूमते थे और यहां स्मैक व अन्य नशा लाकर यहां से चरस बड़े शहरों में बेचने को ले जाते हैं। नकली नोट चलाने का धंधा भी इन्होंने ही यहां चलाया क्योंकि इन्हें पता था कि यहां गांव में लेनदेन कैश में ही होता है, जिससे उन्होंने चरस के बदले नकली नोट ही गांव के कम पढ़े-लिखे युवकों को थमा दिए।  


जांच को लेकर टीम गठित, आरोपी 4 दिन के रिमांड पर 
हालांकि एस.एच.ओ. गोहर की अगुवाई में मामले की पुलिस जांच कर रही है लेकिन मामले के तार हरियाणा से जुड़े होने के बाद अब डी.एस.पी. हैडक्वार्टर हितेश लखनपाल को टीम का हैड बनाया गया है जो अपनी देखरेख में अब इस मामले की जांच करेगी। पुलिस नकली करंसी के साथ इस मामले में चरस डील सामने आने के बाद गंभीरता से इसे मामले की छानबीन में जुट गई है। उधर, दोनों पकड़े गए आरोपियों को कोर्ट में फिर पेश किया गया जहां से दोनों को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। डी.एस.पी. हैडक्वार्टर हितेश लखनपाल ने रिमांड मिलने की पुष्टि की है। 

Vijay