झाड़माजरी उद्योग अग्निकांड में लापता अपनों को ढूंढ रहे परिजन, नहीं मिल रहा सुराग

Sunday, Feb 04, 2024 - 05:40 PM (IST)

मानपुरा (बस्सी): सोलन जिला के औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी में आग की चपेट में आए परफ्यूम उद्योग के कामगारों के परिजन अपनों को बारिश के बावजूद ढूंढ रहे हैं। उद्योग में काम पर गई कल्पना के पिता कैलाश व सोनी के पिता दया राम उन्हें सभी जगहों पर ढूंढ रहे हैं परन्तु उनका कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है। उन्होंने बताया कि हमारे जैसे बहुत से लोग हैं जिनके बच्चे गुम हैं परन्तु उनकी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है क्योंकि जो लोग फैक्टरी रोल पर थे उन्हें तो ढूंढा जा रहा है परन्तु जो लोग ठेकेदार के पास काम करते थे उन्हें कोई नहीं ढूंढ रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन उद्योग में काम करने वालों का जो आंकड़ा बता रहा है वो बिल्कुल गलत है। उद्योग में 80 नहीं बल्कि इससे भी ज्यादा लोग काम कर रहे थे। बचाव व राहत कार्य बंद पड़ा है व हमारे बच्चे जिंदा हैं या मर गए, हमें यही पता नहीं चल पा रहा है।

उद्योग के बाहर जुटी है लोगों की भीड़
बारिश के बावजूद उद्योग के बाहर लोगों की भीड़ जमा है। परिजन दिन-रात उद्योग के बाहर आंखें गड़ाए बैठे हैं। इन लोगों के घरों में 2 दिन से खाना नहीं बना है परन्तु प्रशासन के अलावा किसी ने कोई सहायता नहीं की। छोटी बातों का श्रेय लेने वाली सामाजिक संस्थाएं, वोटों के समय इनकी झुग्गियों में फर्जी वोट बनाने वाले नेता, मंदिरों में भंडारे लगाने वाली संस्थाओं समेत किसी भी संस्था ने यहां कुछ नहीं किया। अगर कुछ लोग यहां आ भी रहे हैं तो वो सिर्फ रोते-बिलखते परिजनों के वीडियो बना रहे हैं ताकि इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर सकें।

पिता से पूछ रहे बच्चे, मां कब वापस आएगी 
हादसे में लापता हुई चम्पा देवी पत्नी सर्वदयाल निवासी तहसील चम्बा का पिछले दो दिनों से कोई पता नहीं है। जिस दिन यह घटना घटी उस दिन चंपा के बच्चे का जन्मदिन था। काम पर जाने से पहले वह बच्चों को 500 रुपए देकर गई थी कि तुम लोग केक व गुब्बारे मंगवा कर रखना परन्तु चंपा का अभी तक कोई पता नहीं चला व बच्चे लगातार अपने पिता से पूछ रहे हैं कि पापा मां कहां है, वो ड्यूटी से अभी तक वापस नहीं आई है। बच्चों के पिता सर्वदयाल का कहना है कि अब मैं इन बच्चों को क्या जवाब दूं। उन्होंने बताया कि ऐसे बहुत लोग हैं जो अभी गुम हैं।

राहत कार्य में बाधा बने इंद्र देव
लगातार हो रही बारिश के चलते उद्योग से शवों को बाहर निकालने का कार्य बंद पड़ा है। प्रशासन का कहना है कि आग के चलते भवन बिल्कुल कमजेार हो चुका है व ऊपर से लगातार बारिश हो रही है, ऐसे में अगर भवन से छेड़छाड़ करते हैं तो यह भवन गिर भी सकता है। इसलिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें चाहते हुए भी काम नहीं कर पा रही हैं।
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Content Writer

Vijay