वीरभद्र सिंह का ऐलान-अर्की से लड़ूंगा चुनाव, मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं

Friday, Jan 29, 2021 - 04:45 PM (IST)

सोलन (ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री व अर्की के विधायक वीरभद्र सिंह ने स्पष्ट किया है कि वे अगला विधानसभा चुनाव अर्की निर्वाचन क्षेत्र से ही लड़ेंगे। उनका कहना है कि वर्ष 2022 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी लेकिन उनकी मुख्यमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। यदि जनता चाहेगी तो मुख्यमंत्री भी बन सकता हूं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कुठाड़ में पत्रकारों से अनौचारिक बातचीत में बताया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र अर्की में गुटबाजी के चलते जिला परिषद में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। इससे आहत होकर उन्होंने चुनाव न लडऩे का फैसला किया था लेकिन इसके बाद से उनके समर्थकों के लगातार फोन आ रहे है जिसे देखते हुए उन्होंने अपने सन्यास के फैसले को बदलते हुए फिर से चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है। अब वह विधानसभा चुनाव ही नहीं लड़ेगे बल्कि पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार भी करेंगे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार भी बनवाएंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में कांग्रेस मजबूत हुई है। पंचायत व नगर निकाय के चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। उनका कहना है कि कुलदीप राठौर के नेतृत्व में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनना लगभग तय है। उनका अब कांग्रेस को एकजुट करने का लक्ष्य है। पार्टी में गुटबाजी लगातार बढ़ती जा रही है। इसके कारण चुनाव में पार्टी को बहुत नुकसान हो रहा है। उन्होंने उन नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बनते तो कांग्रेसी है लेकिन चुनाव में पार्टी प्रत्याशी को हराने के लिए काम करते है। पीठ पर छूरा घोंपने वाले नेताओं का पार्टी में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि गद्दारों का पार्टी में कोई स्थान नहीं है। एक गद्दार पार्टी में रहकर कांग्रेस को कमजोर करता है। इसलिए उनका पर्दाफाश करना बहुत जरूरी है।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कहना है कि प्रदेश में अर्की के अलावा कई अन्य निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडऩे के विकल्प भी है लेकिन वह अर्की से ही चुनाव लड़ेंगे क्योंकि इस निर्वाचन क्षेत्र में उन्होंने बहुत काम किए है और कर भी रहे हैं। उनका कहना है कि उनके गृह क्षेत्र के तीनों निर्वाचन क्षेत्र रोहड़ू, रामपुर व किन्नौर आरक्षित है। उन्हें तो ऐसे लग रहा है कि यह किसी साजिश के तहत किया गया था कि एक ही लाइन में तीनों निर्वाचन क्षेत्रों को आरक्षित किया गया ताकि मै चुनाव नहीं लड़ सकू। उनका कहना है कि प्रदेश की जनता को उन्हें भरपूर प्यार और आशीर्वाद मिला है। यही कारण है कि वे 6 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। अपने गृह क्षेत्र को छोड़कर अर्की से चुनाव लड़ा और वहां की जनता भरपूर समर्थन देकर चुनाव जितवाया भी है।

यहां पर विदित रहे कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वीरवार कोपार्टी समर्थित नवनिर्वाचित बीडीसी, पंचायत प्रधान व उपप्रधान को आशीर्वाद देने के लिए कुनिहार पहुंचे थे । इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से अनौचारिक बातचीत कर चुनाव न ऐलान कर दिया है। हालांकि कुछ देर बाद ट्विट कर अपने इस ऐलान से पलट गए । हालांकि शुक्रवार को उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी की गुटबाजी से आहत होकर यह ऐलान किया था लेकिन अब उन्होंने अपने निर्णय को बदलते हुए चुनाव लडऩे का फैसला किया है।  इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह, कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेन्द्र ठाकुर, अर्की ब्लॉक अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर, नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष अनुज गुप्ता सहित कई नेता उपस्थित थे।

Vijay