Ex CM वीरभद्र सिंह बोले-मौका मिला तो 7वीं बार मुख्यमंत्री बनने को हूं तैयार

Tuesday, Jan 07, 2020 - 11:28 PM (IST)

बिलासपुर (ब्यूरो): वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि वह बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य की चिंताओं के बावजूद पूरी तरह ठीक हैं। 2022 में कांग्रेस के सत्ता में आने पर अगर अवसर मिला तो वह 7वीं बार मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए तैयार हैं। शिमला में अपने निवास हॉलीलॉज में विशेष बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सूबे के लोगों का भरपूर स्नेह और आशीर्वाद मिला है। उन्होंने कहा कि अपने पूरे राजनीतिक जीवन में लोगों के समर्थन से मुझे भरपूर ऊर्जा मिली है। मैंने अपने हर कार्यकाल में सूबे के समान विकास का प्रयास किया। केंद्र में मंत्री रहते हुए भी अपनी पूरी शक्ति लगाकर तत्कालीन प्रदेश सरकार के सहयोग से केंद्रीय योजनाओं का लाभ सूबे को दिलाने का भरसक प्रयास किया। भविष्य में भी प्रदेश हित में जो कुछ भी करने में समर्थ हो सकूंगा, उसमें कोई कसर बाकी नहीं रखूंगा।

अंतिम सांस तक प्रदेशवासियों की खुशहाली व तरक्की के लिए व्यस्त रहूंगा

उन्होंने वर्तमान में एक विधायक के नाते प्रदेश की राजनीति में अपनी भूमिका के बारे में कहा कि वह अंतिम सांस तक प्रदेशवासियों की खुशहाली व तरक्की के लिए व्यस्त रहेंगे। उनके लिए हालांकि पद कोई महत्व नहीं रखता है। पिछले संसदीय चुनाव में सभी मतभेद भुलाकर पूर्व मंत्री पंडित सुखराम के पौत्र आश्रय शर्मा को समर्थन देने के बावजूद पार्टी की करारी पराजय पर उन्होंने कहा कि मात्र मंडी संसदीय क्षेत्र में ही नहीं बल्कि सभी चारों सीटों पर कांग्रेस की अप्रत्याशित हार हुई जिसके अलग-अलग कारण रहे हैं। उनकी राय में चुनाव प्रचार में बहुत कमियां रहीं और पार्टी अपनी नीतियों को जनता तक नहीं पहुंचा सकी।   

जयराम ही नहीं, सभी नेताओं से मेरे अच्छे संबंध

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से निकटता पर उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में उनके संबंध सभी से अच्छे रहे हैं। जयराम को मुख्यमंत्री बने अभी 2 साल हुए हैं और कार्यकाल पूरा करने पर ही जयराम के कार्यों का आकलन होगा, ऐसे में अभी इस विषय पर कुछ कहना उचित नहीं होगा। यह बात जरूर है कि मुख्यमंत्री बिना किसी भेदभाव के प्रदेश के सभी क्षेत्रों के समान विकास के लिए प्रयत्नशील रहें।

सुक्खू की कार्यप्रणाली से उभरे मतभेद

कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू से कटु संबंधों पर उन्होंने बेबाक होकर कहा कि उनकी कभी भी किसी से व्यक्तिगत शत्रुता नहीं रही है। बतौर प्रदेशाध्यक्ष सुक्खू की कार्यप्रणाली के कारण यदि पार्टी को हानि पहुंची तो उनके साथ कुछ मतभेद पैदा होना स्वाभाविक था। अब वर्तमान अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर बेहतर काम कर रहे हैं।

राजनीतिक शत्रुता के कारण बनाए मुकद्दमों ने किया परेशान

न्यायालय में चल रहे मुकद्दमों को लेकर उन्होंने कहा कि उनके विरुद्ध सभी मुकद्दमे राजनीतिक शत्रुता के कारण बनाए गए हैं लेकिन अंतत: विजय सच्चाई की ही होगी। उन्होंने कहा कि वह न्यायालय और न्याय पर विश्वास करते हैं। यह बात जरूर है कि इन मुकद्दमों के चलते उन्हें परेशानी से अवश्य गुजरना पड़ता है।

जनसेवा की परंपरा को आगे बढ़ाएं विक्रमादित्य

पुत्र विक्रमादित्य सिंह की भविष्य में राजनीति में किसी बड़ी भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य मेहनती व ईमानदार राजनेता हैं। मेरी इच्छा है कि वह परिवार की जनसेवा की परंपरा को निरंतर आगे बढ़ाएं। धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह के सक्रिय राजनीति से दूरी बनाने पर उन्होंने कहा कि प्रतिभा सिंह कुशल राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि सुयोग्य तथा आदर्श गृहिणी होने के साथ सक्रिय समाजसेविका भी हैं। मेरी इच्छा है कि वह इन सभी दायित्वों को सफलतापूर्वक निभाती रहें।

Vijay