स्वास्थ्य मंत्री बोले-बाजार में बिकने वाली हर तीसरी दवाई Made In Himachal

Friday, May 18, 2018 - 07:42 PM (IST)

कांगड़ा: देश में एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए की दवाइयों का उत्पादन किया जाता है जिसमें 40 हजार करोड़ रुपए की दवाइयों का उत्पादन हिमाचल प्रदेश के बद्दी, बरोटीबाला, नालागढ़ तथा परवाणु क्षेत्र में होता है तथा इसमें से 10 हजार करोड़ रुपए की दवाइयां दूसरे देशों में भी जाती हैं। यह बात हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश दवाइयों का हब है तथा बाजार में बिकने वाली हर तीसरी दवाई हिमाचल में बनी होती है। पत्रकारों ने पूछा कि ऐसी फैक्टरी जिला कांगड़ा में क्यों नहीं लगाई जाती तो उन्होंने बताया कि इसके लिए उत्पादक अपनी सुविधा के अनुसार उद्योग लगाता है, जहां पर उसको आसानी से कच्चा माल मिल सके तथा माल को ले जाने व लाने में सुविधा हो।


नगरोटा बगवां, कांगड़ा व गोपालपुर में उद्योग लगाने पर हो रहा विचार
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नगरोटा बगवां, कांगड़ा तथा गोपालपुर इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योग लगाने की सोच रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 6 मैडीकल कालेज, यूनिवर्सिटी व नर्सिंग कालेज खुले हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में पैरा-मैडीकल स्टाफ के खाली पड़े पदों को भी भरने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है तथा उनकी नियुक्ति भी शीघ्र ही कर दी जाएगी। इस मौके पर मैडीकल कालेज के एम.एस. गुरदर्शन गुप्ता भी उपस्थित थे जिन्हें स्वास्थ्य मंत्री ने प्रयोगशालाओं में देरी से मिलने वाली रिपोर्ट के परिणामों को 2 बार देने के लिए भी कहा। उन्होंने इस प्रक्रिया को अगले सप्ताह से आरंभ करने का आश्वासन भी दिया।

Vijay