भारत में हर धर्म को मिलता है पूरा सम्मान : दलाईलामा

Thursday, Nov 26, 2020 - 11:33 PM (IST)

धर्मशाला (सौरभ): तिब्बत के सर्वोच्च धार्मिक नेता दलाईलामा ने भारत में धार्मिक सहिष्णुता की सराहना की है। वीरवार को मैक्लोडगंज स्थित अपने आवास से जर्मनी के अनुयायियों के साथ वर्चुअल संवाद में उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा महान देश है, जहां हर धर्म को पूरा सम्मान दिया जाता है। तिब्बती धर्मगुरु ने कहा कि भारत ने हजारों वर्षों से अङ्क्षहसा व संयम की परम्परा को कायम रखा है। दलाईलामा ने अपने प्रवचनों में कहा कि आज दुनिया में बढ़ती हुई जनसंख्या का बढ़ता जोखिम है। इतनी अधिक आबादी के पोषण के लिए खाद्य पदार्थों के उत्पादन की भी एक सीमा है। दुनिया के लिए ग्लोबल वार्मिंग भी एक गंभीर खतरा है। इसके चलते पानी के स्रोतों में व्यापक कमी हो सकती है।

विश्व को जल्द ही खोजना होगा हल

उन्होंने कहा कि विश्व को इन गंभीर समस्याओं का जल्द ही हल खोजना होगा। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि अधिक जनसंख्या को सीमित करने का एक प्रभावी तरीका यह है कि अधिक लोगों को ब्रह्मचारी, भिक्षु या नन बनने के लिए कहा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस दुनिया में मनुष्य क्रोध, ईष्र्या और भय से उत्पन्न कई समस्याओं का सामना करता है। बेशक कई देशों ने परमाणु हथियारों सहित अत्याधुनिक हथियार प्रणाली विकसित की है लेकिन यह शांति के लिए खतरा है। इसके बजाय हमें अपने भीतर मन की शांति विकसित करनी चाहिए।

क्रोध से आती है नकारात्मकता

दलाईलामा बोले कि जब हम क्रोधित होते हैं तो हमें बिल्कुल नकारात्मकता दिखती है। हालांकि, हम इसका मुकाबला कर सकते हैं कि कुछ भी स्वतंत्र रूप से मौजूद नहीं है। अनुभव सिखाता है कि आज का दुश्मन कल का दोस्त भी बन सकता है। दुश्मन बनाना हमारे मन की ही सोच है।

Vijay