टांडा में ई.एन.टी. व दांतों के रोगियों का कोरोना टेस्ट के बिना नहीं हो रहा ईलाज, रोगी परेशान

Friday, Sep 17, 2021 - 11:16 AM (IST)

कांगड़ा (किशोर) : हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े दूसरे स्थान के अस्पताल डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल टांडा में सभी रोगियों को अपना कोविड टेस्ट करवाना अभी भी अनिवार्य है। जबकि प्रदेश के प्रथम मेडिकल काॅलेज आई.जी.एम.सी. शिमला में ऐसा नहीं है। यहां आने वाले कान, नाक व गले के ईलाज के लिए कोई भी रोगी आता है तो उसे कोविड टेस्ट के बिना ओ.पी.डी. के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जाता। कांगड़ा निवासी दविन्द्र सिंह अटवाल का कहना है कि वह अपनी धर्मपत्नी को कान में दर्द होने के लिए टांडा में ईलाज करवाने के लिए गए किंतु सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें गेट पर रोक दिया। इस बाबत टांडा के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. मोहन सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसी कई रोगियों की शिकायत है तो इसके लिए वह कल इन विभागों के डाॅक्टरों से बात करके पूछेगें कि जब आई.जी.एम.सी. में ऐसा नहीं किया जा रहा तो ऐसा क्या कारण है कि उन्होंने यहां टेस्ट करवाना सभी को अनिवार्य किया हुआ है। अगर डाॅक्टर को ऐसा लगता है तो कोरोना टेस्ट करवाना जरूरी है तो उसे नकारा नहीं जा सकता। प्रदेश के प्रथम अस्पताल आई.जी.एम.सी. शिमला के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. जनक राज से बात की गई तो उन्होंने बताया ति उनके यहां सभी रोगियों को बिना टेस्ट के डाॅक्टर देख रहे हैं और यदि किसी डाॅक्टर को किसी भी रोगी पर कोरोना होने का शक लगता है तो उसी हालत में यह टेस्ट करवाया जा रहा है।
 

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prashant sharma