ऊर्जा मंत्री ने किया थिरोट परियोजना का दौरा, एक माह में डैम से सिल्ट निकालने के दिए निर्देश

Friday, Sep 07, 2018 - 11:10 AM (IST)

मनाली: ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने वीरवार को थिरोट जलविद्युत परियोजना का दौरा किया। उन्होंने परियोजना प्रबंधन को एक महीने के भीतर डैम से सिल्ट निकालने के निर्देश दिए। परियोजना में विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में अगर कोई दिक्कत आ रही है तो उसे भी जल्द दूर कर दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि थिरोट के फॉर वे डैम से सिल्ट को जल्द निकाला जाए। शर्मा ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने को प्रदेश सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि यह काम सितम्बर माह के अंत तक परियोजना प्रबंधन को पूरा करना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने थिरोट की 3 टरबाइनों का भी जायजा लिया।

इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से परियोजना में विद्युत उत्पादन संबंधित चर्चा की और उनकी समस्याओं को भी सुना। उन्होंने कहा कि लाहौल के लोगों के लिए थिरोट परियोजना इकलौती परियोजना है जो लाहौल को लंबे समय से रोशन कर रही है। उन्होंने कहा कि सर्दियों से पहले इस परियोजना की हर दिक्कत को दूर किया जाएगा ताकि सर्दियों में यह अच्छा काम कर सके। उल्लेखनीय है कि जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में 4.5 मैगावाट की क्षमता वाली एकमात्र थिरोट परियोजना में जहां पहले 3 में से 2 टरबाइनें लंबे समय से बंद पड़ी थीं, वहीं अब सभी टरबाइनें चल रही हैं। ऐसे में लाहौल में वर्तमान समय में बिजली से संबंधित किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है।

परियोजना प्रबंधन की मानें तो सर्दियों में थिरोट नाले में पानी कम हो जाने से इस परियोजना की एक ही टरबाइन काम करेगी लेकिन लाहौल के लिए विद्युत सप्लाई जारी रहेगी। कुल्लू से आने वाली विद्युत सप्लाई के साथ उक्त परियोजना में पैदा हो रही बिजली को कनैक्ट किया गया है। सर्दियों में कुल्लू से लाहौल की विद्युत आपूर्ति बर्फबारी के कारण बाधित हो जाती है। ऐसे में थिरोट परियोजना लाहौल के लिए काफी अहम भूमिका अदा करती है। डी.सी. लाहौल-स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी ने बताया कि ऊर्जा मंत्री ने थिरोट परियोजना का दौरा किया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मंत्री ने बिङ्क्षलग प्रोजैक्ट का भी निरीक्षण किया।

Ekta