41वें दिन भी जारी रही अरनी विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की हड़ताल, दी आत्मदाह की चेतावनी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 05:07 PM (IST)

इंदौरा(अजीज): इंदौरा स्थित अरनी विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की हड़ताल आज 41वें दिन भी जारी रही। युनिवर्सिटी प्रबंधन ने बार - बार ज्ञापन व मांग किए जाने के बावजूद भी उनके वेतन विसंगतियों को दूर करने व वेतन की अदायगी को लेकर कोई पग नहीं उठाया। जिससे गुस्साए युनिवर्सिटी के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने आज फिर विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया है। बता दें कि उक्त युनिवर्सिटी के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गत 41 दिनों से अपने 9 - 9 माह के वेतन और पिछले कई सालों की वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे थे और इस बारे स्थानीय प्रशासन से जिला प्रशासन एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी गुहार लगाए जाने के बावजूद भी जब उनकी समस्याओं का समाधान न किया गया तो उन्होंने हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम दिया।

यहां तक कि एक सप्ताह पूर्व भी कर्मचारियों ने गेट पर ताला जड़ा था व युनिवर्सिटी के उपकुलपति को भी गेट के अंदर नहीं जाने दिया था, लेकिन तब एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन ने मौका पर पहुँचकर उन्हें एक सप्ताह के भीतर समस्या के समाधान का आश्वासन तो दिया था और जब एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी वेतन की अदायगी न की गई तो कर्मचारियों ने पुनः गेट पर ताला जड़ दिया है। कर्मचारियों को कहना है कि वेतन न मिलने से उनके लिए परिवार का भरण पोषण मुश्किल हो गया है और यदि उनकी समस्या का शीघ्र समाधान न किया गया तो वे आत्मदाह को मजबूर होंगे, जिसके लिए अरनी विश्वविद्यालय प्रबंधन व प्रदेश सरकार उत्तरदायी होगी।

वहीं कानून व्यवस्था बनी रहे और प्रबंधन, शिक्षार्थियों तथा कर्मचारियों में कोई वाद - विवाद अथवा लड़ाई झगड़ा न हो, इसके लिए एस.डी.एम. गौरव महाजन व पुलिस थाना प्रभारी इंदौरा सुरेंद्र धीमान पुलिस दल सहित मौका पर पहुँचे व स्थिति को तनावपूर्ण होने से बचाया। कर्मचारियों ने भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध हिमाचल प्रदेश प्राइवेट स्कूल एवं कर्मचारी संघ की अरनी विश्वविद्यालय इकाई के तत्वावधान में युनिवर्सिटी प्रबंधन, प्रशासन व प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर रोष प्रकट किया।

उन्होंने मौका पर आए प्रशासनिक अधिकारियों को दो टूक कहा कि जब तक उनकी समस्याएं हल नहीं होती, वे युनिवर्सिटी प्रबंधन पर तालाबंदी जारी रखेंगे। इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के प्रदेशाध्यक्ष मदन राणा भी कर्मचारियों के हित में खड़े नज़र आए। कर्मचारियों के अनुसार उन्होंने प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को बार - बार गुहार लगाई लेकिन सरकार के कानों पर जूँ तक नहीं रेंगी और उनके द्वारा उठाए गए उक्त कदम के लिए प्रदेश सरकार ही उत्तरदायी है। उन्होंने मौका पर पहुँचे एस.डी.एम. के समक्ष भी नारेबाजी कर अपनी भड़ास निकाली।

अरनी विश्वविद्यालय के उप कुलपति शिव टोहान ने कहा कि हमने प्रदेश सरकार को यहां एडमिनिस्ट्रेटर बिठाने के लिए आग्रह किया था, अब यह प्रदेश सरकार पर है वो यहां क्या प्रशासनिक व्यवस्था करती है या लेखाकार को बिठाया जाता है। सरकार द्वारा उक्त व्यवस्था के बाद ही समस्या का समाधान होगा और विधानसभा के सत्र के बाद हम इस बारे आशान्वित हैं।

प्रशासन ने किया रिकॉर्ड तलब

वहीं उक्त मामले बारे आज एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन ने युनिवर्सिटी से उक्त कर्मचारियों के वेतन संबंधी सारा रिकॉर्ड तलब कर उसकी एक प्रति हड़ताल पर डटे हुए कर्मचारियों को भी दी है ताकि किसी तरह के त्रुटिपूर्ण तथ्य को वे सही करवा सकें। एस.डी.एम. ने बताया कि वे मामले को लेबर इंस्पेक्टर को भी प्रेषित कर रहे हैं और कर्मचारियों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल कर्मचारियों को भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी प्रशासन द्वारा की गई है।


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Edited By

Simpy Khanna

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