एक तरफ कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में व्यस्त और दूसरी ओर खनन माफिया की लगी मौज

Friday, Apr 12, 2019 - 11:17 AM (IST)

कुल्लू : इन दिनों प्रशासनिक अधिकारी व विभिन्न महकमों के अफसर और कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में व्यस्त हैं और दूसरी ओर खनन माफिया की मौज लगी हुई है। नोटिस जारी होने के बावजूद माफिया में कतई खौफ नहीं है। एफकॉन कंपनी की टनल साइट से पत्थरों व मक्क को माफिया आपसी मिलीभगत से ठिकाने लगा रहा है। जिला खनन विभाग ने एफकॉन कंपनी को इस तरह के गड़बड़झाले पर नोटिस भी दिया हुआ है। कंपनी ने न तो अभी तक नोटिस का जवाब दिया और न ही विभाग से बात की है।

ऐसे में जिला खनन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। औट की तरफ से हर रोज पत्थरों से लदे दर्जनों ट्रक व टिप्पर आ रहे हैं और इन्हें स्टोन क्रशरों में बेचा जा रहा है। टिप्पर चालकों के पास न कोई सी फार्म है और न ही अन्य कोई दस्तावेज हैं। ऐसे में धड़ल्ले से अवैध तरीके से गोरखधंधा फलफूल रहा है। नियमानुसार किसी प्रोजैक्ट निर्माण के दौरान यदि कोई पत्थर या मलबा निकलता है तो उसे प्रोजैक्ट कार्य में ही खपाया जा सकता है। उसकी इस प्रकार अवैध रूप से बिक्री नहीं की जा सकती।

औट और भुंतर पुलिस थाना क्षेत्र में दौड़ रहे इन टिप्परों को कोई जांच के लिए रोक भी नहीं रहा है। बजौरा में पुलिस नाकाबंदी और वन विभाग के बैरियर से भी ये टिप्पर गुजर रहे हैं लेकिन इन्हें कोई भी रोक नहीं रहा है। इस खेल में ऊपर तक रिश्वत की राशि पहुंचाए जाने की भी खूब चर्चा है। बजौरा निवासी आलोक, राजेश कुमार, विकास व लाल चंद, भुंतर से संजय कुमार, राम लाल, हेम राज आदि ने कहा कि बेखौफ दौड़ रहे पत्थरों और मक्क के ट्रकों व टिप्परों को कोई रोक भी नहीं रहा है।

यदि कोई आम आदमी अपने घर के लिए रेत या बजरी का ट्रैक्टर लेकर जाए तो उस ट्रैक्टर को कई जगह रोका जाता है। एफकॉन कंपनी बिना अनुमति के पहाड़ों को खोदकर पत्थर बेच रही है और ट्रकों और टिप्परों में बिना सी फार्म के पत्थरों को ढोया जा रहा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इन लोगों ने कहा कि पुलिस, खनन विभाग और अन्य महकमे इस मामले में कार्रवाई करें।
 

kirti