को-आप्रेटिव सोसायटी में करोड़ों रुपए के गबन का मामला, ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर की नारेबाजी

Sunday, Jul 22, 2018 - 03:35 PM (IST)

भोरंज/टिक्कर डिडवीं: दी पंधेड़ को-आप्रेटिव सोसायटी में हुए करीब अढ़ाई करोड़ के गबन को लेकर ग्रामीण शनिवार को सड़कों पर उतर आए। ग्रामीण पंधेड़ सोसायटी के पास जमा हुए और रैली निकालकर कैहरवीं चौक तक गबन धारकों के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए तथा उनकी सम्पत्ति तुरंत जब्त करने की मांग करने लगे। इस धरना-प्रदर्शन की प्रशासन को पूर्व सूचना होने के चलते रैली स्थल पर पुलिस तैनात रही लेकिन ग्रामीणों ने सोसायटी प्रधान दीप चंद कालिया की अगुवाई में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं करता है तो ग्रामीण 13 अगस्त को डी.सी. कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन करेंगे।


2 करोड़ की राशि अभी भी गबन धारकों के पास फंसी
कैहरवीं चौक पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सोसायटी के वर्तमान प्रधान ने कहा कि लगभग अढ़ाई करोड़ के गबन तथा दिए गए ऋणों में से प्रबंधक कमेटी ने अपने स्तर पर अभी तक करीब 50 लाख की रिकवरी कर ली है जबकि करीब 2 करोड़ की राशि अभी भी गबन धारकों के पास फंसी है जिसको रिकवर करने के लिए प्रशासन के प्रयास अभी तक पंगु साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सचिव की लगभग 55 लाख की गबन की राशि को रिकवर करने के लिए पुलिस के पास एफ.आई.आर. दर्ज करवाई गई है लेकिन 2 साल बीतने पर भी कोई चालान पेश नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि पूर्व कमेटी ने नियमों के विपरीत बाहर के लोगों को लाखों रुपए के लोन मंजूर कर दिए तथा कई मृतकों के नाम पर फर्जी लोन देकर लाखों का घोटाला किया। एक महिला के नाम से डेढ़ लाख की एफ.डी.आर. मैच्योर होने पर उसे दोगुनी राशि दे दी गई लेकिन इस पर भी 90 हजार का फर्जी लोन ले लिया गया।


14 लोगों के खिलाफ, नतीजा अभी तक शून्य
उन्होंने कहा कि पूर्व कमेटी प्रधान ने अपने रिश्तेदारों को लाखों के लोन देते वक्त एक अंडरटेकिंग की मार्फत लाभ की जिम्मेदारी खुद पर ली थी लेकिन वह अभी तक अपना ही लोन नहीं चुका पाया है। इसके बारे में 14 लोगों के खिलाफ धर्मशाला में केस लगाए गए हैं लेकिन अभी तक नतीजा शून्य है। उन्होंने कहा कि इस मामले में विभाग के इन सभी ऑडिटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए जिनके कार्यकाल में यह जनता का पैसा लूटा गया। इस मौके पर उपप्रधान संध्या दास, पूर्व बी.डी.सी. रणवीर सिंह तथा तमाम कमेटी सदस्य मौजूद थे।

Vijay