निजी स्कूलों की खुली पोल, कहीं व्यापारिक संस्थानों तो कहीं मकानों में पढ़ाए जा रहे बच्चे

Friday, Jun 21, 2019 - 03:59 PM (IST)

चम्बा (विनोद): जिला चम्बा में चल रहे निजी स्कूलों के नवीनीकरण की प्रक्रिया को अंजाम देने से पूर्व प्रारंभिक शिक्षा विभाग चम्बा ने अपने स्तर पर इन स्कूलों की वास्तविकता व शिक्षा व्यवस्था को जांचने के लिए कमर कस ली है। प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक चम्बा फौजा सिंह ने इसके लिए 4 सदस्यीय टीम का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता प्रारंभिक शिक्षा विभाग के उप जिला शिक्षा अधिकारी हितेंद्र कुमार कर रहे हैं और इसमें विभाग के विशेष कार्यकारी अधिकारी संजीव पुरी, बी.ई.ई.ओ. कार्यालय कियाणी के अधीक्षक सुशील भारद्वाज व प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय चम्बा के लिपिक विनोद कुमार शामिल हैं। हितेंद्र कुमार ने बताया कि इस टीम ने वीरवार को शिक्षा खंड कियाणी के दायरे में आने वाले 8 निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें महज एक स्कूल की ही स्थिति संतोषजनक पाई जबकि अन्य स्कूलों की स्थिति बेहद चिंताजनक थी।

रिहायशी मकान में चल रहा बी.एन. मैमोरियल पब्लिक स्कूल

उन्होंने बताया कि बी.एन. मैमोरियल पब्लिक स्कूल का निरीक्षण करने पर पाया कि स्कूल में सी.सी.टी.वी. कैमरों के साथ शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं है। स्कूल में ओ.टी. व जे.बी.टी. अध्यापक की कमी है तथा जो 2 अध्यापक कार्यरत हैं वे टैट पास नहीं हैं। उन्होंने बताया कि विद्या वाहिनी पब्लिक स्कूल कियाणी में पहली से 8वीं तक की शिक्षा दी जाती है लेकिन यहां अप्रशिक्षित व टैट पास किए बगैर अध्यापक कार्यरत हैं। यही नहीं, यह स्कूल एक रिहायशी मकान में चल रहा है तो साथ ही 3 कमरों में पहली से 8वीं तक की कक्षाएं लगाई जा रही हैं। स्कूल में अध्यापकों की उपस्थिति दर्ज करवाने की भी उचित व्यवस्था नहीं है।

सरस्वती पब्लिक स्कूल सरोल में एक जे.बी.टी. अध्यापक

उप शिक्षा अधिकारी ने कहा कि पहली से 5वीं तक की शिक्षा देने वाले सरस्वती पब्लिक स्कूल सरोल में सिर्फ एक ही जे.बी.टी. अध्यापक उपलब्ध है। पहली से 8वीं तक की शिक्षा देने वाला अनमोल पब्लिक स्कूल एक व्यापारिक स्थल में चल रहा है। इस स्कूल में शौचालय तो है लेकिन उसमें पानी की व्यवस्था नहीं है। दूसरी व 8वीं कक्षा के लिए एक ही प्रवेश द्वार है। स्कूल में कार्यरत अध्यापक अप्रशिक्षित व बिना टैट पास कार्यरत हैं। एक ही कमरे में दूसरी, तीसरी, 5वीं व 8वीं की कक्षाएं चल रही हैं। यह स्कूल जिस भवन में चल रहा है वह असुरक्षित है।

3 अन्य पब्लिक स्कूलों का हाल भी बेहाल

उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिन 3 अन्य पब्लिक स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया वहां भी अप्रशिक्षित व बिना टैट पास किए अध्यापक पाए गए, साथ ही तीनों स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले लड़के व लड़कियों के लिए एक-एक ही शौचालय पाया गया। इन तीनों स्कूलों में बच्चों के पीने के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था भी नहीं पाई गई। हितेंद्र कुमार ने बताया कि इन स्कूलों की रिपोर्ट तैयार करके प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक को सौंपी जाएगी ताकि इन स्कूलों पर प्रभावी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

Vijay