ट्रांसफर से नाखुश: विद्युत बोर्ड कर्मियों ने किया प्रदर्शन

Sunday, May 20, 2018 - 11:41 AM (IST)

शिमला: बिजली बोर्ड के 3 कर्मचारी नेताओं की ट्रांसफर से नाखुश कर्मचारियों ने शनिवार को बोर्ड मुख्यालय कुमार हाऊस के बाहर धरना दिया। करीब 3 घंटेचले सांकेतिक धरने में कर्मचारियों ने बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इसमें राज्य कार्यकारिणी के पदाधिकारियों समेत कुमार हाऊस में कार्यरत कर्मचारी शामिल हुए। इसके बाद कर्मचारियों ने कुमार हाऊस में रोष रैली निकाली और बिजली बोर्ड के एम.डी. जे.पी. काल्टा को ज्ञापन सौंपा। इसके माध्यम से बोर्ड प्रबंधन को चेतावनी दी गई कि यदि 7 दिन के भीतर कर्मचारी नेताओं के तबादला आदेश रद्द नहीं किए जाते तो प्रदेशभर के विद्युत कर्मचारी काम छोड़कर सड़कों पर उतरेंगे।

बिजली बोर्ड में आज तबादला माफिया सक्रिय
इस मौके पर विद्युत बोर्ड कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा किबोर्ड प्रबंधन ने यूनियन के महासचिव हीरा लाल वर्मा का तबादला बिजली बोर्ड से बाहर संचार निगम में किया है। वर्ष 1970 से लेकर आज तक इससे पहले ऐसा कभी नहीं किया गया। प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि यूनियन की मुख्यालय इकाई के प्रधान देवेंद्र शर्मा को परिचालन वृत्त बिलासपुर तथा जिला संगठन सचिव अशोक भारद्वाज को भी मुख्यालय से बाहर कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली बोर्ड में आज तबादला माफिया सक्रिय है जिनके इशारे पर प्रबंधन वर्ग कर्मचारियों को स्थानांतरित करके प्रताड़ित कर रहा है।

कर्मचारी सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेंगे
उन्होंने आरोप लगाया कि अब कर्मचारियों के दफ्तर में कुर्सी पर जाकर स्थानांतरण की धमकी देकर उनमें दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के पास यूनियन के पदाधिकारियों के बारे में कुछ स्वयंभू कर्मचारी नेता गलत तस्वीर पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बोर्ड के कार्यों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यदि प्रबंधन ट्रांसफर करता है तो इसके लिए यूनियन तैयार है लेकिन कुछ लोगों के निजी स्वार्थों को पूरा करने के मकसद से किए जा रहे इस तरह के तबादले यूनियन कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने इसे कर्मचारियों के लोकतान्त्रिक अधिकारों पर हमला बताकर मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो कर्मचारी सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेंगे।

kirti