सड़क किनारे झुके पेड़, बिजली की तारें बन सकती हैं खतरा

Tuesday, Jul 16, 2019 - 10:39 AM (IST)

हमीरपुर : हादसा होने के बाद जागने का हमारे यहां रिवाज बन चुका है। चाहे कोई बस हादसा हो या फिर अन्य प्राकृतिक आपदा आए। इंतजाम के नाम पर कोई प्रबंधन नहीं और फिर हादसा होने पर लकीर पीटने की परंपरा निभाना तय होता है। ऐसा ही हाल हमीरपुर जिला में सरकारी महकमों का बना हुआ है। आपदाओं से निपटने के लिए मॉक ड्रिल के जरिए बचाव बारे तो बताया जा रहा है लेकिन ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, उसके लिए कोई प्लान तैयार ही नहीं है। जिला में सड़कों के किनारे मिट्टी से निकली जड़ें व झुके हुए पेड़ तथा बिजली की तारों पर आती पेड़ों की टहनियां इसका जीता जागता उदाहरण हैं।

हालांकि ऐसे पेड़ों को काटने की अनुमति लेने के लिए संबंधित क्षेत्रों के एस.डी.एम. की अध्यक्षता में कमेटियां भी बनाई गई हैं, जहां पर आवेदन करने पर ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाती है लेकिन इस कमेटी तक भी ऐसे आवश्यक मामले पहुंचते ही नहीं हैं। हमीरपुर-सुजानपुर सड़क व पक्का भरो से अणु की ओर से आने वाले सड़क मार्ग सहित एन.एच. व अन्य मार्गों पर दर्जनों ऐसे पेड़ हैं जिनमें से कइयों की जड़ें निकली हुई हैं तो कई पेड़ बिजली की तारों की ओर झुके हुए हैं। कई पेड़ ऐसे हैं जोकि मकानों के लिए खतरा बने हुए हैं लेकिन इन्हें वहां से हटाने के लिए कोई तैयारी नहीं है जबकि बरसात का मौसम शुरू हो गया है।

 

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