चुनावी ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों की मौत पर मिलेगा उचित मुआवजा

Saturday, Nov 04, 2017 - 01:53 PM (IST)

शिमला: विधानसभा चुनाव में ड्यूटी के दौरान हिंसा के कारण यदि किसी कर्मचारी की मौत होती है तो उसके परिजनों को 20 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। इसी तरह यदि चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की बीमारी के कारण मौत होती है तो उस सूरत में परिजनों को 10 लाख रुपए की वित्तीय मदद की जाएगी। विधानसभा चुनाव में 37,605 कर्मचारियों के अलावा 17 हजार से अधिक पुलिस व होमगार्ड जवान ड्यूटी दे रहे हैं। इनकी सहूलियत के लिए पहली बार निर्वाचन विभाग ने कैशलैस उपचार करने का फैसला लिया है। इसे लेकर सभी चिकित्सा संस्थानों के सी.एम.ओ., एम.एस. और संस्थान प्रमुखों को निर्देश दे दिए गए हैं। 


चुनाव विभाग उसके इलाज का उठाएगा पूरा खर्चा
केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार चुनाव में ड्यूटी दे रहे किसी भी कर्मचारी का यदि स्वास्थ्य बिगड़ता है तो चुनाव विभाग उसके इलाज का पूरा खर्चा उठाएगा। कर्मचारी को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी चिकित्सा संस्थान तक ले जाया जाएगा, जहां पर कर्मचारी का कैशलैस उपचार होगा। हालांकि हिमाचल शांत राज्य है। यहां पर हिंसा होने की संभावनाएं न के बराबर हैं फिर भी 9 नवंबर को होने जा रहे मतदान के लिए 360 अति संवेदनशील पोलिंग बूथ पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के निर्वाचन विभाग दावे कर रहा है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी न हो पाए।