धर्मशाला में युवाओं के बीच चुनावी जंग, एक तरफ भाजयुमो तो दूसरी तरफ युवा कांग्रेस

Monday, Sep 30, 2019 - 09:56 AM (IST)

शिमला (राक्टा): धर्मशाला और पच्छाद विधानसभा उपचुनाव को लेकर चुनावी बिसात बिछ चुकी है। धर्मशाला में जहां युवा चेहरों के बीच चुनावी जंग होगी, वहीं पच्छाद में नए और वरिष्ठ चेहरे के बीच मुकाबला होगा। ऐसे में अपनी-अपनी जीत का दावा करते हुए सत्ताधारी दल भाजपा व मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने एक-दूसरे को घेरने के लिए आगामी रणनीति बनाना शुुरू कर दी है। धर्मशाला में दोनों दलों ने नए व युवा चेहरों पर अपना भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा है। भाजपा ने यहां पार्टी के अग्र्रणी संगठन भाजयुमो तो कांग्रेस ने भी पार्टी के अग्रणी संगठन युवा कांग्रेस के नेता का दांव खेला है। ऐसे में यहां दोनों दलों के अग्रणी संगठनों भाजयुमो और युवा कांग्रेस के चेहरे आमने-सामने हैं। 

ऐसे में धर्मशाला में युवाओं के बीच कड़ा व रोचक मुकाबला होने के आसार हैं। गत विधानसभा चुनावों में यहां से दोनों ही दलों ने वरिष्ठ नेताओं को चुनावों में उतारा था, लेकिन इस बार भाजपा के किशन कपूर चुन कर संसद चले गए हैं जबकि कांग्रेस के सुधीर शर्मा ने चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया है। भाजपा उम्मीदवार विशाल नैहरिया प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के सचिव हैं जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विजयइंद्र कर्ण भी प्रदेश युवा कांग्रेस के कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के अध्यक्ष हैं। इसी तरह पच्छाद में कांग्रेस ने जहां वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर पर अपना भरोसा कायम रखा, वहीं भाजपा ने इस बार महिला व युवा उम्मीदवार रीना कश्यप को चुनावी मैदान में उतारा है। अभी तक मुसाफिर 9 बार चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें 7 बार उन्होंने लगातार जीत दर्ज की है जबकि पिछले दो चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। यह उनका 10वां चुनाव होगा।

खोया वजूद कायम करने की चुनौती

धर्मशाला और पच्छाद उपचुनाव में जीत दर्ज करने के लिए दोनों ही दल पूरा जोर लगाएंगे। सत्ताधारी भाजपा के लिए यह उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल है। इसी तरह विपक्षी दल कांग्रेस के लिए यह चुनाव खोया वजूद कायम करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। पच्छाद विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर पहली बार महिला नेता को चुनाव लडऩे का मौका मिला है।

Ekta