संपन्न हुए HP आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट के चुनाव, तिलक राज को सौंपी कमान(Video)

Monday, Nov 25, 2019 - 04:15 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप):  हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में हिमाचल प्रदेश आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट के चुनाव संपन्न हो गए है। ये चुनाव पुर्व प्रदेश अध्यक्ष विनोद शर्मा और देवराज प्रदेश राज्यपत्रित कर्मचारी सलाहकार की अध्यक्षता में संपन्न हुए। इस चुनाव प्रकिया में विभिन्न जिलों के अध्यक्ष, महासचिव, डेलीगेट सहित सदस्यों ने भाग लिया। और चुनाव सर्व सहमति से हुए। इस चुनाव में जिला भर के लगभग सौ से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। जिसमें प्रधान पद के लिए शिमला से तिलक ठाकुर को सर्वसहमति से चुना गया।

वरिष्ठ उप्रधान मंडी के राकेश जंवाल को, उप्रधान पद के लिए चंबा के केवल कृष्ण, सोलन देव कृष्ण, सिरमौर के उपेन्द्र ठाकुर व किनौर के जिन्तेद्र नेगी को चुना गया।महासचिव पद के लिए विलासपुर के कुलदीप चंदेल को, सहसचिव पद के लिए मनोज कुमार जिला स्टोर कुल्लू, हमीरपुर के संजीव कुमार को चुना गया। कोषाध्यक्ष के पद लिए कांगड़ा के मोहन लाल को, सलाहाकार के पद के लिए उना के अश्वनी शर्मा को चुना गया। इस अवसर पर सभी चुने गए पदाधिकारी को शपथ भी दिलाई गई।

इस अवसर पर नवनियुक्त प्रधान ने तिलक राज ने बताया कि मुझे आज सर्व सहमति से फार्मासिस्ट ने प्रधान पद के लिए नियुक्त किया गया है। जिसके लिए मैं इन सभी का आभारी हूं उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वह लगातार 2 वर्षों में आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट महासचिव पद पर नियुक्त नियुक्त रहे और साथ में सह सचिव पद भी रहे। उन्होंने बताया कि जो जिम्मेदारी मुझे दी है प्रधान पद की उससे मेरा उत्तरदायित्व और बढ़ जाता है और मैं समय-समय पर आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट की मांगों को लेकर सरकार के समक्ष रखूंगा। 

उन्होंने बताया कि ग्रेड पे एक ज्वलंत मुद्दा है जो 14-10-1978 से लेकर 11-10-2012 तक हमें एलोपैथिक के फार्मासिस्ट के वरावर मिलता रहा है।लेकिन 11-10-2012 को एलोपैथी डिपार्टमेंट में फार्मेसिस्ट है उनका जो ग्रेड पे था और जो पे बैड था। तो आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट को इस पे-बैड़ में नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से यह पहली प्राथमिकता रहेगी। जो आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट 1-10-2012 से जो ग्रेड पे नहीं मिल रहा है। जोकि हमें 4200 ग्रेड पे मिलना है। उसके ऊपर पूर्व जोर तरीके से सरकार के समक्ष इस मांग को उठाएंगे। 

इसके अलावा एक और बड़ा मुद्दा है आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट है उनके पास एक ही प्रमोशन चैनल है वह लगभग 30 से 35 वर्षों सेवा करने के उपरांत एक चीफ फार्मासिस्ट बनता है। तो हमारी यह भी प्राइटी रहेगी क्योंकि आयुर्वेदिक विभाग में आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट का प्रमोशन चैनल बना है। वो फील्ड पोस्ट के ऊपर रखा गया है। जबकि किसी भी डिपार्टमेंट में प्रमोशन चैनल होता है, सैक्शन स्ट्रेथ के हिसाब से होता है, तो ये मांग भी सरकार के समक्ष होगी। उन्होंने बताया कि सदन में जो एक डेपुटेशन का मुद्दा है जहां पर ना डॉक्टर है ना फार्मेसिस्ट है वहां पर सिर्फ जिला आयुर्वेदिक अधिकारियों द्वारा सिर्फ आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों की ही प्रपोजल भेजी जाती है उसके लिए भी  निदेशक के समक्ष इस मांग को उठाएंगे और यह बिना टीएडीए के किया जा रहा है उन्होंने कहा कि जब भी किसी फार्मेसिस्ट के ऑर्डर डेपुटेशन के आधार पर होते हैं तो इसके साथ उन्हें टीएडीए भी दिया जाए। 

Edited By

Simpy Khanna