प्रदेशभर में ईद की रौनक, लोगों ने गले मिलकर दी एक-दूसरे को बधाई

Saturday, Jun 16, 2018 - 01:54 PM (IST)

कांगड़ा : आज दुनिभर में ईद मनाई जा रही है। दुनिया भर में मुसलमानों के लिए ईद एक खास त्योहार होता है, जिसका इंतजार उन्हें रहता है। यह इस्लाम धर्म में सबसे बड़ा त्योहार है। ऐसा माना जाता है क‌ि कुरान का अवतरण रमजान के महीने में ही हुआ था। इसी वजह से इस माह में ज्यादा कुरान पढ़ने का फर्ज है। रमजान के महीने का आखिरी रोजा यानि 30वें रोजे के बाद चांद देखकर ईद मनाई जाती है, जो हिजरी कैलंडर 10वें महीने की पहली तारीख होती है।


30 दिनों तक सख्त नियमों का पालन करते हुए रोजेदार अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं। इसीलिए इसे सब्र का माह भी कहा जाता है, क्योंकि रमजान के माह में रोजेदार खाने पीने में सब्र रखते हैं। ईद के दिन मस्जिद में सुबह का नमाज पढ़ी जाती है और एक दूसरों से गले मिलकर मुबाकबाद देते हैं। ईद के दौरान बढ़िया खाने के अलावा नए कपड़े भी पहने जाते हैं और दोस्तों और रिश्तेदारो के बीच तोहफों का आदान-प्रदान होता है। हिजरी कैलेण्डर के अनुसार ईद साल में दो बार आती हैं एक ईद को ईद-उल-फितर और दूसरी को ईद-उल-जुहा कहा जाता है। ईद-उल-फितर को सिर्फ ईद या मीठी ईद भी कहा जाता है। बताया जा रहा है कि खुशियों और आपसी भाईचारे का त्योहार ईद-उल-फितर आज प्रदेशभर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। नमाज के लिए मस्जिदों को बखूबी सजाया गया है। मुस्लिम समुदाय के लोग विभिन्न मस्जिदों व ईदगाहों में पहुंचकर नमाज अदा कर रहे हैं।

जानकारी के मुाताबिक नाहन में मुस्लिम समुदाय केेे लोगो द्वारा ईद हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। समुदाय के लोगो ने गले मिलकर एक दुसरे को ईद की बधाईयां दी। लोगों ने शहर की सबसे पुरानी जामा मस्जिद में एकत्रित होकर नमाज अदा की । दरअसल बारिश होने के चलते इस बार खुले मैदान में लोग नमाज अदा नहीं कर पाए। ईमाम जामा मस्जिद अब्दुल रऊफ ने बताया कि इस खास दिन में देश में अमन और शांति बरकरार रहने की कामना की जाती है ताकि सभी समुदाय के लोगों का आपसी भाईचारा भी बना रहे। उन्होंने बताया की समुदायके लोगो के लिएयह बेहद खुशी का दिन होता है। सिरमौर जिला में कई स्थानो पर समुदाय के लोगो ने सामूहिक तौर पर नमाज अदा की।

नाहन में शांति व भाईचारे की मांगी दुआ
यहां पर सभी मुसलमान भाईयों ने ईद की नमाज के बाद दुनिया में चैन, अमन और आपसी भाईचारे की दुआएं मांगी। नमाज के बाद सभी ने एक दूसरे के गले लग कऱ ईद की मुबारकबाद दी। स्थानीय निवासी याकूब बेग ने बताया कि आज ईद उल फितर का दिन है जिसे मीठी ईद के नाम भी जाना जाता है। यह दिन मुसलमानों भाइयों के लिए सबसे बड़ी खुशी का दिन है, क्योंकि 30 दिन लगातार रोजे रखने और इबादत करने के बाद आज का यह दिन आता है। आज सभी मुसलमान भाइयों ने दुनिया मे चैन अमन ,आपसी भाईचारे के लिए दुआएं मांगी है।

शिमला में मुसलमान भाईयों ने मांगी देश मे अमन शांति के लिए दुआ 
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी ईद का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। शिमला ईद गाह मैदान एवं अन्य मस्जिदों में सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज अदा की ओर एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। रोजों के महीनें की समाप्ति की खुशी प्रकट करने के लिए यह पर्व मनाया जाता है। फितरा व जगात देने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज अदा करते हैं। इस अवसर पर मीठे पकवानए सेवियां आदि व्यंजन बनाए जाते हैं, जिस कारण इसे मीठी ईद भी कहा जाता है।

कुल्लू में भी रही ईद की रौनक
कुल्लू जिला में ईद उल जूहा धूमधाम के साथ मनाई जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आखाड़ा बाजार स्थित जामा मस्जिद में ईद की नमाज अता दी जिसके बाद एक दूसरे को ईद की बधाई भी दी। वहीं उपायुक्त कुल्लू यूनुस ने मस्जिद में पहुंच कर नमाज अदा की। बताया जा रहा हा कि शिमला में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद के मौके पर नवाज अदा की और एक दूसरे को गले लगाकर ईद मुबारक दी।

चंबा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आपसी भाईचारे का संदेश दिया  
वहीं चंबा जिला में भी ईद-उल-फितर धूमधाम से मनाई जा रही। विभिन्न स्थलों मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सुबह ही एकत्रित होकर नमाज अदा करते हुए आपसी भाईचारे का संदेश दिया। 


 



 


 

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