''जिंदान की हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश'' (Watch Video)

Thursday, Oct 11, 2018 - 05:54 PM (IST)

शिमला (योगराज): 7 सितंबर को हुई सिरमौर के समाजसेवी केदार सिंह जिंदान हत्या मामले में 7 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग समाजसेवी टीम ने कई खुलासे किए हैं। टीम ने सिरमौर में हरियाणा की खाप पंचायत की तरह खुमली पंचायत सक्रिय होने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका मानना है कि सिरमौर ट्रांसगिरी क्षेत्र में रूड़िवादी प्रथाए हावी है। क्षेत्र में जाति आधार पर लोगों से भेदभाव किया जाता है। जिंदान समाज में गरीब और दबे कुचले वर्ग के लोगों की आवाज सरकार तक पहुंचाते थे इसी के चलते उनकी सुन्योजित तरीके से हत्या की गई है। समाजसेवी टीम ने इस मामले में अपनी जांच की रिपोर्ट मानवाधिकार आयोग को भेजी है और इस मामले में दखल आग्रह किया है।     


जिंदान मर्डर मामले में सीबीआई जांच की मांग
उन्होंने सरकार से जिंदान मर्डर मामले में सीबीआई जांच की मांग की है, क्योंकि स्थानीय जांच एजेंसी पर सामाजिक और राजनीतिक दवाब है। जिसके चलते जिंदान हत्या में जांच सही तरीके से नहीं हो सकती है। टीम ने दावा किया है कि क्षेत्र में चल रही खुमली पंचायत ने इस हत्या को दुर्घटना का रूप देने की पूरी कोशिश की। समाजसेवी कुलदीप वर्मा ने कहा है कि केदार सिंह जिंदान क्षेत्र में भ्रष्टाचार, जातीय भेदभाव और रुढ़िवादी प्रथाओं को प्रमुखता से उठाते थे, इन्हीं कारणों से उनकी हत्या हुई है। 

इस हत्या मामले में गवाह की जान को भी खतरा
टीम ने सरकार से जिंदान द्वारा उठाए गए सभी मामलों की जांच की मांग की है। उसकी पत्नी ने कहा कि अभी तक सरकार की तरफ से जो मदद का एेलान किया गया था, उसमें से उन्हें कुछ भी नहीं मिला है। हेमलत ने कहा कि उनके पास रहने के लिए न तो घर है और न ही परिवार पालने के लिए कोई आमदनी का साधन है। उन्होंने कहा कि इस हत्या मामले में गवाह की जान को भी खतरा है। इससे जुड़े लोग गवाह पर लगातार दबाव बना रहे हैं। उन्होंने सरकार से गवाह की सुरक्षा की मांग की है। 

Ekta