शिक्षा मंत्री बोले-हिमाचल के हर स्कूल में होगा स्मार्ट क्लासिज का प्रावधान

Saturday, Nov 16, 2019 - 10:41 PM (IST)

बिलासपुर (ब्यूरो): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने प्रदेश से लाल टोपी व हरी टोपी की खाई को कम किया है। निचले व ऊपरी हिमाचल के नाम से चल रहे क्षेत्रवाद के भेदभाव को भी कम किया है। यह बात प्रदेश शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बिलासपुर में कही। उन्होंने कहा कि पिछले 2 वर्षों में प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में साढ़े 7 हजार नए अध्यापकों की भर्तियां की हैं, जिसके चलते वर्तमान में हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन, कुल्लू, बिलासपुर इत्यादि जिलों में कहीं रिक्त सीटें ढूंढे नहीं मिल रहीं, साथ ही उन्होंने माना कि मंडी, शिमला, सिरमौर में अभी अध्यापकों की संख्या कम है जिसे शीघ्र ही दूर किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि प्रदेश शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के हर स्कूल में स्मार्ट क्लासिज का प्रावधान किया जाए। स्कूलों में खेलों का स्तर सुधारने के लिए हर वर्ष साढ़े 12 हजार करोड़ रुपए प्रदेश सरकार दे रही है जिसमें से हर प्राइमरी स्कूल को 5 हजार व सीनियर सैकेंडरी स्कूल को 25 हजार रुपए देने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश के स्कूलों में बढिय़ा पुस्तकालय हों इसके लिए इतना ही पैसा यानी साढ़े 12 हजार करोड़ रुपए स्कूलों की लाइब्रेरी के लिए भी दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अभी तो प्रदेश शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 36 स्कूलों में ही भाषा लैब शुरू की है, जिसमें अंग्रेजी व संस्कृत भाषाएं जोड़ी गई हैं जिसमें सभी स्कूलों में यह भाषा लैब होंगी। उन्होंने बताया कि अब सरकारी स्कूलों में धीरे-धीरे बच्चों की संख्या बढ़ रही है। मात्र प्राइमरी स्कूलों में ही इस बार 48 हजार नए विद्यार्थी आए हैं जिससे यह पता चलता है कि प्रदेश के स्कूलों में गुणवतापूर्ण शिक्षा दी जा रही है।

Vijay