शिक्षा स्तर में होगा सुधार, अब छुट्टियों में शीतकालीन स्कूलों के बच्चे को भी देनी होगी परीक्षा

Wednesday, Nov 27, 2019 - 02:40 PM (IST)

चंबा (विनोद): इस बार की सर्दियों में शीतकालीन स्कूलों के बच्चों को छुट्टियों में मस्ती मारने का समय नहीं मिलेगा। सरकारी स्कूलों के गिरते शिक्षा स्तर में सुधार लाने की दिशा में पहल करते हुए जिला प्रशासन ने एक नया फॉर्मूला ईजाद किया है। इस फॉर्मूले के माध्यम से शीतकालीन स्कूलों के बच्चों को ग्रीष्मकालीन स्कूलों के बच्चों की भांति परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। बच्चों के भविष्य व उनके शिक्षा स्तर में सुधार करने की बात को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने शिक्षा विभाग के साथ मिलकर यह कदम उठाया है।

 इसके लिए डी.सी. चंबा विवेक भाटिया ने शिक्षा विभाग को जिला के सभी शीतकालीन स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों के साथ उक्त स्कूलों के प्रबंधकों को इस बारे में निर्देश जारी करने को कह दिया है। इसी कड़ी के चलते उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक चम्बा ने जिला के सभी शीतकालीन स्कूलों को इस संदर्भ में निर्देश जारी कर दिए हैं। 

बच्चों की सुविधा को रखा ध्यान में

इस परीक्षा में भाग लेने में बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी पेश न आए, इस बात को ध्यान में रखते हुए बच्चों को जिला के किसी भी स्कूल के परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने का विकल्प मुहैया करवाया गया है। जानकारी के अनुसार इस निर्णय के अनुसार अगर कोई 8वीं, 10वीं व जमा-2 का बच्चा जिला से बाहर गया हुआ है और वह अपने स्कूल में उक्त परीक्षा में भाग नहीं लेना चाहता है तो वह जहां पर है उसके साथ लगते जिला चम्बा के उस स्कूल में परीक्षा दे सकेगा, जहां पर परीक्षा केंद्र स्थापित है। 

इसलिए लिया फैसला

गौर हो कि जिला के शीतकालीन स्कूलों में सॢदयों के दिनों में छुट्टियां पड़ जाती हैं। जब ये छुट्टियां समाप्त होती हैं और जैसे ही शीतकालीन स्कूल खुलते हैं तो उक्त स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को बोर्ड की वार्षिक परीक्षा का सामना करना पड़ता है। छुट्टियां होने के चलते बेहद कम बच्चे पढ़ाई के साथ जुड़े रहते हैं। प्रशासन व शिक्षा विभाग का मानना है कि जिला के शीतकालीन स्कूलों में बोर्ड की परीक्षा का परिणाम इसी वजह से खराब रहता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह फॉर्मूला ईजाद किया गया है। 

Edited By

Simpy Khanna