कूड़ेदान में मिली नवजात बच्ची की दर्दनाक मौत का सच जान कांप जाएगी आपकी रूह

Saturday, Jan 07, 2017 - 10:18 AM (IST)

घुमारवीं: स्थानीय नगर में मीट मार्कीट में कूड़ेदान से मिली एक नवजात बच्ची को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। नवजात बच्ची को मीट मार्कीट के कूड़ेदान में फैंकने वाले लोगों ने पहले गला घोंटकर मारा और प्राण निकलते ही लिफाफे में बंद करके शव को यहां ठिकाने लगा दिया, ऐसे में यह सीधे तौर पर हत्या का मामला बन सकता है। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करने वाले फौरेंसिक एक्सपर्ट ने शुक्रवार को यह खुलासा किया है। एक्सपर्ट ने इस मामले में पुलिस को भी इस तरह से बच्ची की मौत होने के प्रारंभिक रिपोर्ट में पूरे संकेत दे दिए हैं।

बच्ची का डी.एन.ए. सैंपल सुरक्षित रखा
विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भविष्य में बच्ची के माता-पिता तक पहुंचने के लिए इसका डी.एन.ए. सैंपल भी सुरक्षित रख लिया है। यह भी साफ  संकेत मिले हैं कि बच्ची का जन्म नॉर्मल डिलीवरी से ही हुआ है और पूरी वारदात को अंजाम देने में इस तरह के प्रसव करवाने में माहिर चिकित्सा विज्ञान से संबंधित किसी व्यक्ति का भी हाथ हो सकता है। इस मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं और यह भी तय है कि वारदात को अंजाम देने वाले अज्ञात लोगों तक तुरंत पहुंचना पुलिस के लिए आसान काम भी नहीं है। 

पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों पर गढाई नजर
सूत्रों ने बताया कि पुलिस इस मामले में अज्ञात आरोपियों तक पहुंचने के लिए स्थानीय नगर के अलावा आसपास के क्षेत्रों में कुछ नर्सिंग होम व स्थानीय स्तर पर कुछ प्रैक्टिस करने वालोंपर भी नजर गढ़ाए हुए है। घुमारवीं नगर में मीट मार्कीट में एक नवजात बच्ची का शव कूड़ेदान में मिला तो यह यकीन हो गया कि या तो यह किसी कुंवारी मां की करतूत है या फिर बेटियों के पैदा होने को श्राप मानने वालों का ही कारनामा है। 

क्षेत्र के जानकार हो सकते हैं शव को ठिकाने लगाने वाले
सूत्रों ने यह भी आशंका व्यक्त की है कि संभवत: मीट मार्कीट का शव को ठिकाने लगाने के लिए चयन करने वाले अज्ञात लोग इस इलाके से भली-भांति परिचित हैं और यह भी जानते होंगे कि मीट मार्कीट में कौन सी जगह पर कूड़ेदान हैं। इसलिए भी इस जगह को चुना गया हो सकता है ताकि बच्ची के शव को मांस का टुकड़ा जानकर इस पर लोगों का ज्यादा ध्यान न जाए। यह भी हो सकता है कि लोग किसी अन्यत्र क्षेत्र के हों लेकिन यह तय है कि उनका कोई संपर्क सूत्र घुमारवीं या इसके निकटस्थ क्षेत्रों का कोई व्यक्ति हो सकता है। 

टेढ़ी खीर साबित हो सकता है मामला
सूत्रों ने यहां बताया कि अगर पुलिस को सी.सी.टी.वी. के माध्यम से किसी तथाकथित गाड़ी के आने-जाने को लेकर कोई सीधा सूत्र नहीं मिला तो इस वारदात को सुलझाना एक दम टेढ़ी खीर भी साबित हो सकता है क्योंकि पुलिस को सबसे पहले तो सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में पिछले 9 महीनों के भीतर पंजीकृत गर्भवती महिलाओं व इनके प्रसव की पूरी जानकारी जुटानी पड़ेगी और उसके बाद संदेह के वह बिंदु भी तलाशने होंगे। 

युवती के कुंवारी मां बनने की हैं संभावनाएं
सूत्रों का कहना है कि ज्यादातर संभावनाएं किसी युवती के कुंवारी मां बनने की लग रही हैं। यह भी गहन अध्ययन व सिलसिलेवार अन्वेषण का काम है कि तमाम गर्भवती महिलाओं का रिकार्ड खंगाला जाए और जो रिकार्ड में नहीं मिले उनके बारे में पुलिस अपने संपर्क सूत्रों के माध्यम से जानकारियां जुटाए। इस मामले में एक अधिकारी ने हालांकि यह कहा है कि अभी तक दोबारा ओपीनियन के लिए पुलिस ने चिकित्सकों से राय मांगी है। अंतिम रिपोर्ट नहीं आई है और न ही मूल मुकद्दमे में हत्या जैसी धारा जोड़ी गई है।

क्या कहते हैं डाक्टर
विशेषज्ञ चिकित्सक डा. सांख्यान ने बताया कि बच्ची नॉमर्ल डिलीवरी से हुई है लेकिन इसे बाद में गला घोंटकर मारा गया है। पोस्टमार्टम के दौरान जांच में यह पता चला है कि संभवतया एमलियोकल कार्ड या ऐसी किसी रस्सी से बच्ची का गला घोंटा गया है। बच्ची का डी.एन.ए. सैंपल रखवा दिया है ताकि पुलिस जांच में अगर इसकी मां व उसके पिता आदि को लेकर कोई खुलासा हो तो उनके साथ इसका डी.एन.ए. मैच किया जा सके।