खुद बर्फबारी में फंसे नेताजी तो आया जनता की दिक्कतों का ख्याल (Video)

Thursday, Oct 11, 2018 - 05:34 PM (IST)

मंडी/लाहौल-स्पीति (पुरुषोत्तम): सांसद राम स्वरूप शर्मा लाहौल-स्पीति के उदयपुर का दौरा बीच में छोड़कर वापस आ गए हैं। बता दें कि बुधवार रात को सांसद दो दिवसीय लाहौल-स्पीति के दौरे पर गए थे। वहां गुरुवार सुबह हुई भारी बर्फबारी की वजह से वे बीच में ही फंस गए। उसके बाद राम स्वरूप शर्मा को बी.आर.ओ. के वाहन से सिस्सू पहुंचाया गया, जहां से उन्हें भारी बर्फवारी के बीच रोहतांग टनल के माध्यम से दोपहर 12 बजे निकाला गया।


इस दौरान कई जगह रास्ते में उनका वाहन बर्फ में फंसा और वे कई जगह पैदल रोहतांग टनल की ओर चले। गुरुवार को डी.आर.डी.ए. की केलांग में जो तय बैठक थी उसे वे नहीं कर पाए। साथ ही निधी से जो एंबुलैंस लाहौल-स्पीति जिला को समर्पित होनी थी उसे वे हरी झंडी नहीं दे पाए। इस दौरान लाहौल-स्पीति से सुरक्षित निकलने के बाद उन्होंने बी.आर.ओ. के ब्रिगेडियर से बैठक की और आपात स्थिति में चलाई जा रही सेवाओं को सराहा।


उल्लेखनीय है कि शर्मा ने बुधवार को कबायली जिला लाहौल-स्पीति का दौरा कर वहां 1955 के बाद असमय हुई बर्फबारी से हुए भारी नुकसान का जायजा लेने गए थे और पहले दिन वे लोगों व प्रभावितों से मिले। उन्होंने इस मौके पर सिस्सू से लेकर त्रिलोकीनाथ तक का दौरा किया और जगह-जगह लोगों की शिकायतें सुनीं।


उन्होंने यहां जारी प्रैस बयान में कहा कि बर्फबारी से जिला लाहौल में अरबों रुपए का नुकसान किसानों व बागवानों को हुआ है और उनके हजारों हैक्टेयर जमीन पर तैयार मटर, गोभी व आलू की फसल तबाह हुई है। लिहाजा इस नुकसान की रिपोर्ट अब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के समक्ष रखी जाएगी और यहां के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पूरा आकलन कर हर पीड़ित व्यक्ति की सहायता की जाए। 


उन्होंने कहा कि संचार च विद्युत सेवाएं तत्काल बहाली के लिए अधिकारी लगे हुए हैं और इस बारे केंद्र से वित्तीय मदद की गुहार लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने खुद हर गांव जाकर स्थिति का जायजा लिया और मुख्यमंत्री ने यहां का दौरा कर आपात में फंसे हजारों पर्यटकों व लोगों को हवाई मार्ग व रोहतांग टनल से रैस्क्यू किया।


उन्होंने अगले 6 महीने यहां हवाई सेवाएं बर्फबारी में नियमित रहे, इसके लिए वे मुख्यमंत्री व केंद्र सरकार से मामला उठाएंगे। उन्होंने कहा कि 65 वर्षों बाद पैदा हुए ऐसे हालात के वक्त रोहतांग टनल हजारों लोगों को बचाने में काफी मददगार साबित हुई है और अब हम जल्द यहां से रक्षा मंत्रालय से बात कर आप्टीकल फाइबर डालकर टेलीफोन सेवाएं कबायली जिला लाहौल-स्पीति में 12 महीने सुदृढ़ करेंगे।       

Ekta