Watch Video: सूखी ठंड का मिजाज बढ़ा रहा मुसीबत, ऐसे करें बचाव

Sunday, Dec 04, 2016 - 04:53 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में सर्दी का मौसम शुरू होने के कारण लोगों को सूखी ठंड से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश न होने से बीमारियों के फैलने की भी आशंका बढ़ रही है। ऐसे में वायरल फीवर सर्दी जुखाम जैसी कई बीमारियां दस्तक दे रही है। खांसी होना, गले में दर्द, सिर दर्द होना, थकान रहना, उलटी और दस्त लगना वायरल फीवर के लक्षण हैं। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए मरीज के शरीर पर पट्टियां रखें और डॉक्टर से सलाह लें। साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें। मरीज को आराम करने दें। साथ ही पर्याप्त मात्रा में उसे पानी पिलाएं। 


ऐसे करें बचाव
सूखी ठंड में सर्दी खांसी का एक मरीज तो हर घर में मिलता है। ये बीमारी मुख्यता ठंड लगने से, संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श में आने से और बदलते मौसम के कारण होती है। कुछ-कुछ देर बार हाथ मुंह धोकर, नाक और मुंह पर मास्क पहनकर, जुकाम पीड़ित व्यक्तियों के संपर्क में ना आकर और नंगे पांव ना चल कर सर्दी जुखाम से छुटकारा पाया जा सकता है। सर्दियों का मौसम अस्थमा के मरीजों की भी मुश्किलें बढ़ा देता है। अगर कोई अस्थमा का मरीज है तो इस मौसम में इनहेलर हमेशा साथ रखें, घर के अंदर धूल-मिट्टी न होने दें, जितना हो सके शांत रहें और मुंह से सांस कभी न लें।


ठंड में वातावरण में नमी की कमी से त्वचा शुष्क हो जाती है. इस कारण त्वचा के कई रोग उभरते हैं. इनमें स्केबीज (कलकल) मुख्य है। शरीर के विभिन्न हिस्सों पर छोटे-छोटे दाने होना और उंगलियों और अंगूठे के बीच दाने होना और खुजली होना इसके मुख्य लक्षण हैं। गुनगुने पानी से नहाने से, हल्दी के तेल से मालिश करके, ग्लिसरीन युक्त साबुन का इस्तेमाल करके और रोज कपड़े बदल कर इससे बचा जा सकता है।