हिमाचल में बढ़ रहा नशे का कारोबार: नरेंद्र बरागटा

Monday, Nov 05, 2018 - 10:52 AM (IST)

नेरवान (राजेंद्र): नेरवा में रविवार को आयोजित छठे जनमंच कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक अलग बूथ की स्थापना की गई, जिसमें विभाग के कर्मचारियों ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच की व उन्हें मुफ्त दवाइयां वितरित की। कार्यक्रम से कई विभागों के अधिकारियों के नदारद रहने पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने कड़ा संज्ञान लिया है। परिवहन निगम से संबंधित एक मामला सामने आने पर इस संबंध में जब निगम के मंडलीय प्रबंधक शिमला से जवाब मांगा तो बताया गया कि वह कार्यक्रम में नहीं आए हैं। इस पर उन्होंने जिलाधीश शिमला को ऐसे अधिकारियों की सूची सौंपने के निर्देश दिए जो इस कार्यक्रम से नदारद रहे। 

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह कार्यक्रम आम जनता के लिए चलाया जा रहा है ताकि लोगों को आम कार्यों के लिए विभागीय मुख्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें। इसके लिए सभी विभागों की जिम्मेदारी है कि वे मौके पर लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए उपस्थित रहें। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम से नदारद रहने वाले अधिकारियों को नहीं बख्शा जाएगा। नेरवा में आयोजित जनमंच कार्यक्रम में क्षेत्र में बढ़ रही नशे की प्रवृति व इसके बढ़ते कारोबार का मुद्दा विशेष रूप से उठाया गया। इस मुद्दे पर बरागटा ने कहा कि प्रदेश में बढ़ रहा नशे का कारोबार वास्तव में एक गंभीर मुद्दा बन चुका है व सरकार इसके प्रति पूरी तरह गंभीर है। यह बात सामने आई है कि यह कारोबार प्रदेश में बाहरी राज्यों से चलाया जा रहा है। इसके लिए सरकार पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड व जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्रियों के स्तर पर उच्च स्तरीय बैठक करने जा रही है। 

इस मुद्दे पर पुलिस अधीक्षक शिमला ओमापति जम्वाल ने कहा कि पुलिस नशे को लेकर कड़े कदम उठा रही है, जिसके नतीजे सब के सामने हैं। बीते वर्ष चिट्टे के जहां मात्र 4 मामले पकड़े गए थे, वहीं इस साल यह आंकड़ा बढ़ कर 50 से ऊपर हो गया है। इस जनमंच कार्यक्रम में शिकायतों के 176 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 134 का मौके पर ही समाधान किया गया। कार्यक्रम में मांगों के 172 आवेदन प्राप्त हुए। इस अवसर पर लोगों ने अपनी शिकायतों और समस्याओं को लेकर 92 आवेदन मौके पर भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर स्वास्थ्य जांच शिविर में 150 लोगों ने स्वास्थ्य जांच करवाई। 50 लोगों के दांतों की जांच भी की गई। आयुर्वेदिक स्वास्थ्य जांच शिविर में 372 लोगों ने जांच करवाई। इस मौके पर 97 हिमाचली प्रमाण पत्र, 50 अनुसूचित जाति/जनजाति प्रमाण पत्र, 28 पिछड़ा क्षेत्र प्रमाण पत्र, 160 आय प्रमाण पत्र, 22 राजस्व दस्तावेज व 302 ऑर्चर्ड कार्ड जारी किए गए।

Ekta