ड्रग टीम की अस्पताल में छापेमारी, मौके पर पाए जनऔषधि दवाई के सैंपल फेल

Tuesday, Sep 24, 2019 - 12:34 PM (IST)

चम्बा (विनोद): मैडीकल कालेज अस्पताल चम्बा के परिसर में मौजूद जनऔषधि भंडार में सी.डी.एस.ओ. बद्दी कार्यालय के दवाई निरीक्षक (ड्रग इंस्पैक्टर) राकेश शर्मा ने छापेमारी कर भंडार में मौजूद कुछ दवाइयों के सैंपल लिए। इस कार्रवाई को इसलिए अमल में लाया गया क्योंकि बीते 16 अप्रैल को भी इस केंद्र पर उक्त टीम ने दबिश देकर ट्रब्यूटा लाइन कंपनी की खांसी की दवाई का सैंपल भरा था जो कि प्रयोगशाला की जांच में गुणवत्ताहीन पाई गई। इस वजह से यह दवाई तय मापदंड पर खरा नहीं उतर पाई और सैंपल फेल हो गया। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ड्रग इंस्पैक्टर ने इस केंद्र का रूख कर यहां मौजूद उक्त खांसी की दवाई के सैंपल लेने चाहें लेकिन खांसी की वह दवाई बिक चुकी थी। इस वजह से इसी कंपनी की अन्य दवाइयों के उक्त दवा निरीक्षक ने सैंपल भरे।

सी.डी.एस.ओ. कार्यालय बद्दी में तैनात ड्रग इंस्पैक्टर राकेश शर्मा ने केंद्र में मौजूद कुछ खांसी की दवाइयों तो कुछ अन्य दवाइयों के सैंपल लिए। उन्होंने बताया कि इस जांच के दौरान उन्होंने अपै्रल माह में जिस खांसी की दवाई के सैंपल लिए थे वह दवाई बिकी चुकी है। उक्त ड्रग इंस्पैक्टर की इस बात को मानें तो यह साफ पता चलती है कि केंद्र में मौजूद जो दवाई मापदंडों पर खरी नहीं उतरी है वह लोगों ने उपचार के लिए खरीद ली। ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि उक्त दवाई ने लोगों को कितना फायदा पहुंचाया होगा।

निसन्देह यह बेहद चिंताजनक बात है कि अगर सरकारी सप्लाई में ही गुणवत्ताहीन दवाइयों की आपूर्ति की जाएगी तो फिर लोग ऐसे सरकारी केंद्रों पर कैसे विश्वास करेंगे। साथ ही इन केंद्रों में अगर मिलावटी दवाइयां मिलेंगी तो फिर सरकार इन केंद्रों को खोलने का श्रेय किस आधार पर ले रही है। कुल मिलाकर चम्बा जिला मुख्यालय में स्थापित इस जैनरिक दवाइयों के भंडार की गुणवत्ता पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है साथ ही इससे उन लोगों की मंशा पर भी सवाल उठता है जिन्होंने इस सरकारी केंद्र को इस प्रकार की मिलावटी दवाई की खेप भेजी होगी।

 

kirti