ड्रग इंस्पैक्टर व पुलिस की क्लीनिक पर दबिश, डॉक्टर निकला झोलाछाप

Friday, Feb 07, 2020 - 06:37 PM (IST)

शिलाई (रवि तौमर): गिरिपार क्षेत्र के कफोटा मे स्वास्थ्य विभाग की तरफ से महिला ड्रग इंस्पैक्टर ने एक झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर दबिश दी। जानकारी के मुताबिक ड्रग इंस्पैक्टर भूमिका मंगला अपनी टीम के साथ कफोटा पहुंचीं और शिलाई पुलिस के सहयोग से उक्त झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर दबिश दी। जांच में पाया गया कि उक्त डॉक्टर फर्जी है। उसके पास न तो क्लीनिक चलाने का कोई लाइसैंस है और न ही कोई डिग्री जबकि उसने अपने क्लीनिक के बाहर बीएमएस का बोर्ड लगाया हुआ है। क्षेत्र की भोलीभाली जनता उसे डॉक्टर समझकर उससे उपचार करवा रही थी लेकिन किसे पता था कि उक्त डॉक्टर फर्जी है।

उक्त कथित डॉक्टर के क्लीनिक पर जब दबिश दी गई तब भी वह किसी मरीज को देख रहा था। ड्रग इंस्पैक्टर ने बताया कि जांच के बाद पता चला कि क्लीनिक अवैध तरीके से राज कुमार नाम के व्यक्ति द्वारा चलाया जा रहा है। झोलाछाप डॉक्टर न तो अपनी डिग्री दिखा पाया और न ही क्लीनिक का लाइसैंस। वह एंटीबायोटिक दवाइयां भी बेचता था, जिसके बाद 18सी के तहत बिना लाइसैंस का केस बनाकर कोर्ट में पेश कर दिया है, साथ ही दवाइयों के सैंपल भी दुकान से उठाए हैं तथा क्लीनिक को बंद करवा दिया गया है।

बता दें कि उक्त फर्जी डॉक्टर की शिकायत व्यापार मंडल कफोटा ने पहले भी विभाग से की थी, जिसके बाद बीएमओ राजपुर ने भी उक्त चिकित्सक को चेतावनी देते हुए कागज कार्यालय पंहुचाने को कहा था लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी वह कागज जमा नहीं करवा रहा था, जिसके बाद विभाग की यह कार्रवाई हुई। कफोटा मे इसके अलावा भी 2-3 अवैध प्रैक्टिशनर बैठकर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। इनमें से एक तो सजा काटकर भी वापस आकर फिर से बिना डिग्री लोगों का उपचार कर रहा है।

स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि जिस फर्जी चिकित्सक पर वीरवार को कारवाई हुई है उसके उपचार के बाद पाब गांव के एक व्यक्ति की मौत भी हुई है लेकिन कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए ऐसे लोगों को शरण दे रहे हैं। सीएमओ सिरमौर डॉ. केके पराशर ने कफोटा मे एक फर्जी क्लीनिक पर छापामारी कर ड्रग इंस्पैक्टर द्वारा कार्रवाई की पुष्टि की है।

Vijay