नशा सौदागरों को संरक्षण मिलने पर पूर्व सैन्य अधिकारी हुए तल्ख, सरकार पर दागे सवाल

Sunday, Sep 08, 2019 - 03:49 PM (IST)

सुजानपुर: हमीरपुर जिला में नशा कारोबारियों और नशे के सौदागरों को सत्ता का संरक्षण मिलने पर क्षेत्र के पूर्व सैन्य अधिकारी तलख हो उठे हैं। उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए अनेक सवाल दागे हैं। सेवानिवृत अधिकारियों कर्नल कुलदीप डोगरा, मेजर नन्द लाल वर्मा, कैप्टन ज्योति प्रकाश, कैप्टन मस्त राम गुलेरिया, कैप्टन अनन्त राम व बलदेव सिंह ने हमीरपुर में सामने आए चिट्टा प्रकरण की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने और इस गिरोह के असली सरगना को सार्वजनिक तौर पर बेनकाब किए जाने की मांग की है।

इन पूर्व सैन्य अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने जान हथेली पर रखकर देश की सरहदों की रक्षा की है और अपनी जवानी देश के लिए लगाई है जबकि भाजपा सरकारों में नशा माफिया को संरक्षण मिलने से युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति ने उन्हें चिंता में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर वीर भूमि कहलाती है और इसके दामन पर किसी तरह का दाग लगना वे बर्दाश्त नहीं करेंगे।

पूर्व सैन्य अधिकारियों ने कहा कि हमीरपुर के चिट्टा प्रकरण में सांसद अनुराग ठाकुर के अत्यंत करीबी प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष  के बेटे को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा है लेकिन कुछ अंधभक्त उसे बचाने में जुटे हुए हैं जोकि बेहद खेदजनक है। ऐसे लोगों को क्यों सरंक्षण दिया जा रहा है। पूर्व सैन्य अधिकारियों ने कहा कि ऐसे लोग बेनकाब होने चाहिए तथा यह भी पता चलना चाहिए कि ऐसे कौन लोग हैं, जिनकी छत्रछाया में नशा फल-फूल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जयराम सरकार से नशे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है तो वे फिर से अपनी सेवाएं देने को तैयार हैं, ताकि युवा पीढ़ि को बचाया जा सके। 

Ekta