यहां बिना मोटर के खुद बोर से निकलता है पानी

Monday, Nov 04, 2019 - 10:43 AM (IST)

नाहन (ब्यूरो): देश व विदेशों में भूमिगत जल की लगातार हो रही कमी को देखते हुए विभिन्न अभियान शुरू किए गए हैं। इसके अलावा पानी बचाओ को लेकर अलग से मुहिम छेड़ी गई है। सिरमौर की बनकला घाटी व आसपास के क्षेत्र भूमिगत जल से लबालब हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां आधा दर्जन से अधिक बोरवैल से बिना किसी मशीन की सहायता के पानी निकलता है। हैरानी तब ओर अधिक हो जाती है जब पानी धरती से करीब 5 फुट ऊंचे मोटी पाइप से बाहर निकलकर झरना बनाता है।

यह नजारा बोहलियों को जाने वाली सड़क के साथ हुए बोरवैल से देखने को मिलता है। क्षेत्र के बुजुर्गों का कहना है कि यहां से मारकंडा नदी बहती है। इसके चलते क्षेत्र में भू-जल की मात्रा काफी अधिक है। इसी का नतीजा है कि यहां जिन क्षेत्रों में पानी लगता है वहां किसान भी मालामाल रहते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां कई क्षेत्रों में मात्र 10 से 12 फुट की खुदाई पर ही भारी मात्रा में पानी आसानी से मिल जाता है। जिसे लोगों द्वारा न केवल घरों में प्रयोग किया जाता है, वहीं फसलों की सिंचाई में भी प्रयोग होता है।

लोगों का कहना है कि कुछ ही यहां क्षेत्र हैं जहां पानी की कमी है अन्यथा यहां पानी लबालब रहता है। लोगों की मानें तो यहां अधिकतर क्षेत्र में कृषि होती है। जिसके चलते बारिश का पानी बहने की बजाय भारी मात्रा में भूमि में रिसता है। इसके अलावा फसलों को दिया जाने वाला पानी भी भूमि में सीधे रिसता है, ऐसे में यहां भू जल का संतुलन बना रहता है।

4 पेयजल योजनाओं में भी खुद निकल रहा पानी

स्थानीय लोगों के अनुसार यहां अलग-अलग क्षेत्रों में आई.पी.एच. विभाग की करीब 4 योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं में लगातार स्वयं ही पानी धरती से बाहर निकलता है। इतना ही नहीं कितनी भी गर्मी हो, लेकिन इन योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ता और एक समान पानी यहां 12 महीने मिलता है। उधर, जिला के कई क्षेत्र भू जल की कमी में रेड जोन में भी शामिल हैं। जिनमें बताया जा रहा है कि यहां लगातार बड़े पैमाने पर भू-जल को निकाला जा रहा है, जिसके चलते यहां पानी की कमी होती जा रही है।
 

 

kirti