मन्दिर के कपाट बंद, फिर भी मां ज्वाला के दर्शन को मुंबई से पहुंचे श्रद्धालु

punjabkesari.in Thursday, Jun 17, 2021 - 09:21 PM (IST)

ज्वालामुखी (नितेश): कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश के कई प्रसिद्ध मन्दिर बंद हैं लेकिन भक्तों की आस्था पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है। इसका ताजा उदाहरण ज्वालामुखी में देखने को मिला, जब मुम्बई से पहुंचे श्रद्धालु वसुंधरा और नर्सिम मां के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे। मुम्बई से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि वे हर साल माता चिंतपूर्णी और ज्वालामुखी के दरबार में आते हैं। उन्हें पता था कि कोरोना महामारी के चलते मन्दिर बंद है, लेकिन उन्हें कहीं से मन्दिर खुलने की जानकारी मिली थी लेकिन यहां पहुंचने पर पता चला कि अभी सारे मन्दिर नहीं खोले गए हैं। अधूरी जानकारी के चलते वे दर्शन करने पहुंच गए। श्रद्धालु मन्दिर के बाहर से ही शीश नवाकर लौट गए। उधर, पुजारी वर्ग ने सरकार से मन्दिर जल्द खोलने की मांग उठाई है।

दुकानों में पड़ा सामान खराब होने की कगार पर

बताते चलें कि शक्तिपीठ ज्वालामुखी लाखों श्रद्धालुओं से गुलजार रहने वाला स्थल इन दिनों वीरान है। चारों तरफ कोरोना कर्फ्यू के चलते सन्नाटा पसरा हुआ है। मन्दिर परिसर में पुजारी परंपरानुसार मां की प्रतिदिन 5 आरतियां कर रहे हैं। दुकानदारों व फूल कारोबारियों को मन्दिर बंद रहने से आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है और दुकानों में पड़ा सामान भी खराब होने की कगार पर है।

आर्थिकी पूर्ण रूप से डगमगाई

मन्दिर बंद होने से पुजारी परिवारों की आर्थिकी पूर्ण रूप से डगमगा गई है। वहीं शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी में पर्यटन पर भी बुरा असर पड़ा है। यहां के सैंकड़ों होटल बंद पड़े हैं। पार्किंग स्थल खाली पड़े हैं। ऑटो, टैक्सी व प्रसाद की दुकानें बंद हैं। लोगों का कहना है कि अन्य राज्यों की तर्ज पर कोविड नियमों के साथ शक्तिपीठ खोले जाएं।


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Vijay

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