गुड़िया मामला : लॉकअप हत्याकांड के आरोपी आज होंगे कोर्ट में पेश

Thursday, Dec 07, 2017 - 12:46 AM (IST)

शिमला: कोटखाई लॉकअप हत्याकांड से जुड़े सभी 9 आरोपी वीरवार को अदालत में पेश किए जाएंगे। आरोपी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की न्यायिक हिरासत की अवधि वीरवार को पूरी होने पर उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। इसके तहत आरोपियों को वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से भी अदालत में पेश किया जा सकता है। इसके साथ ही वीरवार को एस.आई.टी. के 8 सदस्यों के वॉयस सैंपल लेने की सी.बी.आई. द्वारा दी गई अर्जी पर भी सुनवाई होगी। गुड़िया मामले की जांच को लेकर गठित एस.आई.टी. के 8 सदस्यों के खिलाफ सी.बी.आई. लॉकअप हत्याकांड मामले में पहले ही अदालत में चालान पेश कर चुकी है जबकि जिला शिमला के पूर्व एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी के खिलाफ 20 दिसम्बर तक चालान पेश किया जाएगा। अनुपूरक चालान में कई अन्य चेहरे भी नामजद किए जा सकते हैं। देखा जाए तो न्यायिक हिरासत में चल रहे एस.आई.टी. के सदस्यों की पैरवी करने के लिए कोई भी अधिवक्ता अदालत में नहीं पहुंच रहा। 

18 जुलाई को हुई थी सूरज की मौत
गुड़िया केस मेंं पकड़े गए एक आरोपी सूरज की बीते 18 जुलाई को कोटखाई थाने में मौत हो गई थी। इस मामले में सबसे पहले सी.बी.आई. ने गुडिय़ा मामले की जांच को लेकर गठित एस.आई.टी. के सभी 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी बीते 29 अगस्त को हुई थी और बीते 14 सितम्बर से सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। इसके बाद जांच एजैंसी ने बीते 16 नवम्बर को जिला शिमला के पूर्व एस.पी. नेगी को गिरफ्तार कर लिया था। जब लॉकअप हत्याकांड मामला सामने आया था तो उस दौरान डी.डब्ल्यू. नेगी जिला शिमला के एस$.पी. थे।

अब तक पकड़े गए आरोपी
लॉकअप हत्याकांड मामले में सी.बी.आई. ने सबसे पहले एस.आई.टी. के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनमें एस.आई.टी. के मुखिया आई.जी. जैहदी, पूर्व डी.एस.पी. मनोज जोशी, एस.एच.आे. राजेंद्र सिंह, ए.एस.आई. दीप चंद शर्मा, कांस्टेबल रंजीत सिंह, हैड कांस्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल व रफीक अली को गिरफ्तार किया था। इसके बाद मामले में 9वीं गिरफ्तारी जिला शिमला के पूर्व एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी के रूप में हुई थी।

ये हैं आरोप
सी.बी.आई. जांच में सामने आया है कि पुलिस लॉकअप में हुई सूरज की मौत को लेकर पुलिस अधिकारियों ने आपसी मिलीभगत से फर्जी केस बनाया। इसके तहत गुड़िया रेप और मर्डर केस में पकड़े गए राजू को सूरज की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए आरोपी बनाया गया लेकिन सूत्रों की माने तो सी.बी.आई. जांच में ऐसे तथ्य नहीं पाए गए, जिससे राजू को ही सूरज की हत्या का आरोपी करार दिया जा सके। इसके साथ ही खुलासा हो चुका है कि सी.बी.आई. ने गुड़िया मामले में भी गलत लोगों को गिरफ्तार किया।

सी.बी.आई. की पूछताछ का दौर जारी
गुड़िया दुराचार और मर्डर केस में सी.बी.आई. की पूछताछ का दौर लगातार जारी है। इसी कड़ी में सूत्रों के अनुसार जांच एजैंसी ने बुधवार को भी कुछ लोगों से पूछताछ की। इनमें कुछ मजदूर भी शामिल बताए जा रहे हैं। बीते दिन ही मामले की जांच के तहत सी.बी.आई. टीम ने हलाईला में बने उद्यान विभाग के निर्माण भवन में काम करने वाले बिहार के एक ठेकेदार से लंबी पूछताछ की थी। सी.बी.आई. ने लोक निर्माण विभाग के मजदूरों के अलावा कुछ स्थानीय लोगों को भी पूछताछ के लिए वन विभाग के रैस्ट हाऊस में बुलाया था।