पर्यटन नगरी मनाली में कुत्तों का आतंक, 17 लोगों को नोचा

Thursday, Oct 26, 2017 - 12:07 PM (IST)

कुल्लू : पर्यटन नगरी मनाली में 3 पागल कुत्तों ने बुधवार को 17 लोगों को काटा। इसके बाद इन लोगों को उपचार के लिए तुरंत अस्पताल की ओर दौडऩा पड़ा।  पागल कुत्तों के कारण मनाली में दहशत का माहौल बना हुआ है। नगर परिषद के एक दर्जन के करीब कर्मचारी पागल कुत्तों को पकड़ने में लगे हुए हैं। सुबह से इन कर्मचारियों ने एक पागल कुत्ते को पकड़ लिया है जबकि 2 अभी भी लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। इन कुत्तों को पकडऩे के लिए अभियान जारी है। कुत्तों के खौफ के चलते मनाली में लोग घूमते-फिरते भी हाथों में लाठियां लेकर निकल रहे हैं। पागल कुत्तों का खौफ इतना है कि बच्चों को स्कूल तक छोडऩे या स्कूल बस तक पहुंचाने परिजन साथ आ रहे हैं। जो बच्चे रोज खुद स्कूल से घर आ जा सकते हैं उन्हें भी परिजन अपने साथ लेकर आ जा रहे हैं। 


क्या कहते हैं लोग
मनाली निवासी राजेंद्र ठाकुर, शैला शर्मा, कमल ठाकुर, संजीव, प्रेम ठाकुर व देवेंद्र आदि ने बताया कि बुधवार को सुबह से लेकर 3 पागल कुत्ते 17 लोगों को काट चुके हैं। अन्य कुत्तों को भी यदि इन पागल कुत्तों ने काटा होगा तो उन कुत्तों के भीतर भी रैबीज के विषाणु प्रवेश कर गए हैं। ऐसे में वे कुत्ते भी लोगों के लिए खतरा बन सकते हैं। मनाली मिशन अस्पताल में तैनात डा. दोरजे ने बताया कि पागल कुत्तों के काटने के 17 मामले अस्पताल में आ चुके हैं तथा घायल हुए लोगों का अस्पताल प्रबंधन द्वारा इलाज शुरू कर दिया गया है।

 

झुंडों में घूम रहे ये आवारा कुत्ते
अखाड़ा बाजार में कुत्तों ने मचाया आतंक बच्चों का स्कूल आना-जाना हुआ दूभर वहीं जिला मुख्यालय स्थित अखाड़ा बाजार में इन दिनों सड़कों पर घूम रहे आवारा कुत्तों ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। झुंडों में घूम रहे ये आवारा कुत्ते कभी राहगीरों, कभी स्कूली बच्चों तो कभी वाहनों के पीछे दौड़ रहे हैं। खासकर सुबह के समय ये आवारा कुत्ते सड़कों पर आतंक मचाए रखते हैं, जिससे परिजन भी अपने छोटे बच्चों को अकेले स्कूल भेजने से कतराने लगे हैं व स्वयं बच्चों को स्कूल पहुंचा रहे हैं। शहर में एकाएक बढ़ी आवारा कुत्तों की संख्या लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।

लोगों का सैर पर जाना भी कठिन हुअा
स्थानीय लोगों बिक्की, सुरेश, संजय, संजीव, अमन सूद, राधे श्याम, अमित, अंकुश, मनीष, शशि, काका, राजेंद्र, तेजस्वी व गुंजन आदि ने बताया कि सड़कों पर घूम रहे इन आवारा कुत्तों के कारण सुबह के समय सैर पर जाना भी कठिन हो गया है। स्कूल जाने वाले बच्चे इन कुत्तों से भयभीत होकर भागना शुरू कर देते हैं, जिससे कभी कोई दुर्घटना भी घटित हो सकती है। लोगों ने बताया कि दोपहिया वाहनों के पीछे भी ये कुत्ते दौड़ना शुरू कर देते हैं। यही हाल सुल्तानपुर, मठ, ढालपुर व हनुमानीबाग में भी देखने को मिल रहा है, जहां रात के समय लोगों का आना-जाना इन कुत्तों के कारण मुश्किल हो रहा है।