सनसनी: जिसने भी देखा कांप गई रूह, आवारा कुत्तों ने नोच डाला नवजात शिशु का शव (Watch Video)

Tuesday, Jan 16, 2018 - 11:44 AM (IST)

बी.बी.एन./मानपुरा: किसी को मन्नतें मांगने से भी बच्चे नहीं मिल रहे तो कोई नवजात शिशुओं को जन्म देकर उन्हें कुत्तों का ग्रास बनने के लिए सड़कों पर फैंक रहा है। ऐसा ही एक बार फिर सनसनीखेज मामला औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में सामने आया है। जहां एक नवजात शिशु के शव को आवारा कुत्तों ने जगह-जगह से नोच डाला। बद्दी में तो इस प्रकार की घटनाएं कई बार घट चुकी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार की घटनाओं से लोगों में काफी दहशत का माहौल है। 


मामला बद्दी की ग्राम पंचायत कालूझिंडा के तहत कलरांवाली का है। बताया जाता है कि स्थानीय लोगों ने जब आवारा कुत्तों को नवजात का शव नोचते हुए देखा तो उनकी रूह कांप उठी। उन्होंने उनको वहां से भगाया और इसकी सूचना स्थानीय प्रधान व पुलिस को दी। एस.एच.ओ. बरोटीवाला जयराम डोगरा ने बताया कि स्थानीय प्रधान देसराज की सूचना पर वे पुलिस की टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और पाया कि एक नवजात शिशु का शव खुले में पड़ा हुआ है, जिसे आवारा कुत्ते बुरी तरह से नोच रहे थे।  


कुत्तों ने शिशु की टांगें व सिर अलग कर दिए थे। उन्होंने कहा कि राजेश कुमार के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी और शव को पोस्टमार्टम के लिए सी.एच.सी. नालागढ़ भेज दिया गया। उधर, डी.एस.पी. बद्दी राहुल शर्मा ने बताया कि पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस शिशु को बलात्कार का शिकार हुई एक नाबालिग लड़की ने जन्म दिया था और फिर इसके बाद उसे फैंक दिया था। उन्होंने बताया कि लड़की का अस्पताल में इलाज चल रहा है तथा पुलिस ने रेप व भ्रूण हत्या का मामला दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है। रेप के मामले में आरोपी के बारे में छानबीन की जा रही है। 


कलरांवाली में नवजात भ्रूण का मिलना कोई पहली घटना नहीं 
उल्लेखनीय है कि बरोटीवाला थाना के तहत कलरांवाली में नवजात भ्रूण का मिलना कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले बद्दी चक्का सड़क पर 2 बार कूड़े के डंपर में नवजात शिशुओं के शव बरामद हो चुके हैं। बद्दी साई मार्ग पर 2015 में नाली में नवजात शिशु का शव पुलिस को बरामद हो चुका है। यही नहीं, बद्दी के पास वर्धमान में भी पुलिस नवजात शिशु का शव सड़क पर बोरे में डाल कर फैंका हुआ बरामद कर चुकी है। बेशक अभी तक ये सारी घटनाएं पुलिस के लिए पहेली बनी हुई हैं और इन्हें प्रवासी कामगारों की करतूत बताकर मामले का समाप्त कर देती है। लेकिन पुलिस की शक की सूई अभी तक इस तरफ नहीं गई कि कहीं स्थानीय अस्पतालों में भ्रूण हत्या के मामले तो नहीं हो रहे हैं। अकेले बद्दी-बरोटीवाला में दर्जनों अस्पताल व सैंकड़ों झोलाछाप डॉक्टर हैं, जिन पर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की कोई विशेष नजर नहीं रही है। साल में एक-आध बार औपचारिकता के तौर पर इन अस्पतालों व झोलाछाप डॉक्टरों पर विभाग छापेमारी करता है।  डी.एस.पी. बद्दी राहुल शर्मा का कहना है कि पुलिस इन मामलों को गंभीरता से ले रही है।