जनता ने डॉक्टरों की कमी को लेकर सरकार को कोसा

Friday, Jan 20, 2017 - 10:30 AM (IST)

करसोग: करसोग उपमंडल के दुर्गम क्षेत्र पोखी के लोगों का स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दांव पर लग गया है। सरकार ने जनता के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए आयुर्वैदिक स्वास्थ्य केंद्र तो खोल रखा है लेकिन उसमें डॉक्टर की तैनाती करना भूल गई है। पिछले 5 वर्षों से आयुर्वैदिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर का पद रिक्त चल रहा है। ऐसे में पोखी क्षेत्र की जनता ने सरकार से स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर भेजने की फरियाद लगाई है। क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत इस कद्र खस्ता है कि जनता के पास सरकार को कोसने के अलावा दूसरा कोई भी विकल्प नहीं है। ऐसा नहीं है कि विभाग को इस बात की जानकारी नहीं है, बावजूद इसके विभाग स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए काई भी कारगर कदम नहीं उठा पाया है। ग्राम पंचायत पोखी के अलावा तेबन पंचायत के कुछ गांव भी इस स्वास्थ्य केंद्र पर ही स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए निर्भर हैं।

इस क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिली
पोखी पंचायत के गांव बहल, कंडा देहरी, तरेज, चलाहर, सींझ, शलौणी, कनूट, रेणाधार, खनेओल व कटांडा सहित दर्जनों गांव के सैंकड़ों लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। इसके अलावा तेबन पंचायत के रशोग, खैंडा, परनाई व नराहन के अलावा साथ लगते क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में साफ तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदेश सरकार द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के दावों की हकीकत सामने आ गई है। पंचायत प्रतिनिधियों सहित स्थानीय जनता ने अपनी इस समस्या को लेकर प्रदेश सरकार व विभाग को कई मर्तबा अवगत करवाया लेकिन अभी तक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की तैनाती नहीं हो सकी है। सरकार व विभाग के आश्वासनों से पक चुके क्षेत्र के लोगों ने इस विभागीय लापरवाही को अपना नसीब ही मान लिया है।