जैनरिक दवाइयां न लिखने वाले डॉक्टर राडार पर, मचा हड़कंप

Monday, May 07, 2018 - 11:36 AM (IST)

धर्मशाला (नरेश): प्रदेश के बड़े स्वास्थ्य संस्थान में शुमार जोनल अस्पताल धर्मशाला में ब्रांडेड दवाइयां लिखने वाले डॉक्टर राडार पर आ गए हैं। मार्च माह के ऑडिट में सामने आए कमियों की रिपोर्ट को बकायदा स्वास्थ्य निदेशालय को भेजा गया है। सरकार की महात्वकांशी योजना को अमलीजामा नहीं पहनाने वाले ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है यह तो आने वाला समय बताएगा। एक सुखद पहलू में यह सामने आया है कि जिला में सबसे अधिक जैनरिक दवाइयां नि:शुल्क जोनल अस्पताल धर्मशाला में ही उपलब्ध करवाई जा रही हैं, वहीं फरवरी की तुलना में मार्च माह के ऑडिट में कम शिकायतें सामने आई हैं। बहरहाल सरकार की इस कार्रवाई से डॉक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है। 


यह है ऑडिट की प्रक्रिया 
जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हर माह होने वाली पर्चियों का ऑडिट उस स्वास्थ्य संस्थान के प्रभारी या संबंधित बी.एम.ओ., एम.एस. या अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा किया जाता है। जिसमें चिकित्सक की पर्ची को कुल 24 मार्क रखे गए है। इसमें बीमारी का उल्लेख, इन्वैस्टिगेशन व कैपिटल लैटर में साल्ट नेम समेत अन्य पहलुओं के नंबर दिए जाते हैं। हालांकि इस प्रक्रिया से समय की खपत ज्यादा होती है लेकिन मरीजों को महंगी दवाइयों से राहत देने की कवायद काफी हद तक सफल हो रही है। 

Ekta