फीकी रहेगी बिजली बोर्ड के आऊटसोर्स कर्मियों की दीवाली

Monday, Nov 05, 2018 - 10:59 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): राज्य विद्युत बोर्ड के आऊटसोर्स कर्मचारियों की दीवाली इस बार फीकी रहने वाली है। बिजली बोर्ड प्रबंधन की लापरवाही से कुछ कर्मचारियों को एक माह तो कुछेक को 2 माह से मानदेय नहीं दिया गया है जबकि इन कर्मियों को बिजली बोर्ड पहले ही न्यूनतम दिहाड़ी से कम मानदेय दे रहा है। त्यौहारी सीजन में भी मानदेय न मिलने की वजह से आऊटसोर्स कर्मी परेशान हैं। राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा व महासचिव हीरा लाल वर्मा ने आऊटसोर्स कर्मियों को दीवाली से पहले मानदेय देने की मांग की है ताकि आऊटसोर्स कर्मी भी अपने परिवार के साथ मिलकर दीवाली मना सकें। 

कुलदीप खरवाड़ा ने आरोप लगाया कि न्यूनतम मानदेय 6,750 रुपए प्रति माह मिलना चाहिए लेकिन बिजली बोर्ड कुछ श्रेणी के आऊटसोर्स कर्मियों को 4,399 रुपए, कुछ को 5,000 या फिर 5,300 रुपए प्रति माह दे रहा है। उन्होंने सरकार से बिजली बोर्ड में सालों से सेवाएं दे रहे आऊटसोर्स कर्मियों को एक नीति के तहत बिजली बोर्ड में समायोजित करने की मांग की है। सूचना के मुताबिक बिजली बोर्ड की मैंटीनैंस गैंग में लगभग 1,000 आऊटसोर्स कर्मी सेवाएं दे रहे हैं। 

बोर्ड ने नहीं दी स्नो किट
हिमाचल के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो चुका है लेकिन बिजली बोर्ड प्रबंधन ने अब इन क्षेत्रों में स्नो किट तक नहीं दी है। इस कारण विद्युत कर्मियों को बिजली की तारों पर काम करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा ने पांगी, भरमौर, सलूणी, रिकांगपिओ, पूह व किल्लाड़ जैसे क्षेत्रों में जल्द उन्नत किस्म की स्नो किट मुहैया कराने की मांग की है।

Ekta