दिवाली पर महंगाई ने बिगाड़ा मीठे का जायका

Saturday, Oct 29, 2016 - 12:30 PM (IST)

शिमला: हिन्दुओं के महान पर्व कहे जाने वाले दिवाली को अब एक दिन शेष रह गया है। त्यौहारी सीजन में जहां अन्य चीजें महंगी हुई हैं, वहीं मिठाइयों के दाम पिछले वर्ष के मुकाबले 20 से 30 प्रतिशत बढ़ गए हैं। हालांकि लोगों में पूर्व के मुकाबले मिठाइयों के प्रति रुझान में काफी कमी आई है। लोगों में अब ड्राई फ्रूट्स का प्रचलन काफी बढ़ गया है लेकिन फिर भी मिठाइयों के शौकीन और इस त्यौहार में मिठाइयों की महत्ता को देखते हुए लोग मिठाइयों की खरीददारी करते हैं, ऐसे में त्यौहारों के चलते लोगों को मिठाई खरीदना महंगा पड़ रहा है। 


दूध, खोआ व ड्राई फ्रूट्स आदि के दामों में लगातार हो रही बढ़ौतरी के चलते पिछले साल की तुलना में इस बार मिठाइयों की कीमतें ऊंची हो गई हैं। हालांकि मिठाई विक्रेताओं का कहना है कि मिठाइयों की कीमतों में अलग से बढ़ौतरी की कोई योजना नहीं बनाई है। मिठाई बनाने वाले पदार्थों के महंगे होने पर मिठाई के दामों पर हल्का असर जरूर पड़ा है। इस बार खासतौर पर खोआ से बनी मिठाइयों की कीमतों में 25 से 30 प्रतिशत की बढ़तौरी हुई है।


इन मिठाइयों के दामों में इतना फर्क 
दुकानों पर मिठाइयों के लगे दाम के अनुसार सभी मिठाइयों में 30 से 40 रुपए का फर्क पड़ा है। पिछले वर्ष 200 रुपए प्रति किलो बिक रहे लड्डू 230 से 240 प्रति किलो बिक रहे हैं। इसके अतिरिक्त 400 रुपए वाला कॉकोनैट बर्फी 430, 360 रुपए किलो वाले गुलाब जामुन 390, बर्फी 440 और काजू कतली 750 से 800 रुपए किलो बिक रही है। इसके अतिरिक्त अन्य मिठाइयों में 20 से 25 रुपए का फर्क पड़ा है। 

 


डिब्बा बंद मिठाइयों का चलन
दिवाली व भाइयों का मुंह मीठा कराने के लिए बहनों को डिब्बा बंद मिठाइयां ज्यादा भा रही हैं। रक्षाबंधन के लिए दुकानदारों ने मिठाइयों के स्पैशल पैक तैयार किए हैं। वहीं बहनों को तोहफा देने के लिए ड्राई फ्रूट्स के स्पैशल बॉक्स भी तैयार किए गए हैं। आधा किलो और एक किलो के पैक की कीमत 200 रुपए से शुरू होकर 750 रुपए तक चल रही है। इनकी किमतों में भी पिछले वर्ष मुकाबले दामों में 20 से 30 प्रतिशत बढ़ौतरी हुई है।

 


रेट लिस्ट नहीं, दुकानों में अलग-अलग दाम
शहर में त्यौहार को लेकर सभी मिठाई विक्रेताओं ने अपने-अपने स्टाल दुकानों के बाहर लगाए हैं लेकिन हैरत यह है कि मिठाई की दुकानों में किसी मिठाई का अलग तो किसी दुकान में मिठाई के दाम कुछ और ही। हालांकि यह फर्क सिर्फ 10 से 20 रुपए का है, वहीं कई दुकानदारों ने मिठाइयों की रेट लिस्ट भी नहीं लगाई। जबकि नियामों के अनुसार रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य है।