यहां तीन दिन तक मनाई जाती है दिवाली, पटाखे नहीं मशालें हैं जश्न का जरिया (PICS)

Monday, Oct 28, 2019 - 12:17 PM (IST)

सिरमौर (सतीश): देशभर में दिवाली के अलग-अलग रंग देखने को मिलते हैं, मगर सिरमौर जिला के दूरदराज गिरीपार क्षेत्र की दिवाली कुछ खास है। यहां लोगों द्वारा पारंपरिक तरीके से दिवाली मनाई जाती है। लोग यहां सदियों पुरानी परंपरा को आज भी जिंदा रखे हुए हैं।


अमावस्या की रात को गांव के सभी लोग मंदिर परिसर में इकट्ठा होते हैं जहां से मशाल यात्रा शुरू होने के साथ ही दिवाली का आगाज हो जाता है। यह मशाल यात्रा गांव के चारों तरफ निकाली जाती है और इसका मकसद क्षेत्र में सुख-समृद्धि के लिए कामना करना है।

खास बात यह भी है कि इस मशाल यात्रा में सिर्फ पुरुष वर्ग हिस्सा लेते हैं। मानता यह भी है कि इस मशाल यात्रा के बाद गांव पर जहां बुरा साया नहीं पड़ता। वहीं प्राकृतिक आपदाओं से भी गांव का बचाव होता है।


दिवाली पर्व के दौरान यहां पहाड़ी संस्कृति की भी खासी झलक देखने को मिलती है लोग ढोल नगाड़ों की धुनों पर रासा नृत्य करते है।


इस दौरान यहां दूर-दूर से लोग मेहमान बाजी करने भी पहुंचते हैं जो दिवाली की अनूठी तस्वीरों का लुत्फ उठाते है। दिवाली को मनाने की यह तस्वीरें सच में कुछ खास है।

Ekta