हाथ नहीं होने के बावजूद हौसले बुलंद, दिव्यांग रजत ने अब MBBS में पाया दाखिला (PICS)

Sunday, Jul 14, 2019 - 04:34 PM (IST)

कुल्लू: जब हौसले बुलंद हों तो राह की हर मुश्किल आसान हो जाती है। ऐसा ही कुछ मजबूत इरादों और कड़ी मेहनत से दिव्यांग रजत कुमार ने कर दिखाया। हाथ नहीं होने के बावजूद रजत ने मुंह से पेन पकड़कर खुद परीक्षा दी। वह अब युवाओं के रोल मॉडल बनते जा रहे हैं। राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नीट) उत्तीर्ण करने के बाद अब कुल्लू जिले के आनी का रजत नेरचौक मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करेगा।


डॉक्टर बनने के बाद रजत पैरों से स्टेथेस्कोप पकड़कर मरीजों को चेक करेंगे। उसने राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा-2019 में 150 अंक हासिल कर अपने मजबूत इरादे जाहिर कर दिए थे। रजत मेडिकल बोर्ड के सामने सोमवार को रू-ब-रू होगा। उसके मा-बाप उसकी कामयाबी से काफी खुश हैं। रजत पढ़ने-लिखने के अपने सारे काम पांव और मुंह के सहारे बिना किसी की मदद से करता है। 10वीं की बोर्ड परीक्षा में भी रजत ने 700 में से 613 अंक हासिल किए थे।


रजत मुंह से पेंट ब्रश पकड़कर बेहतरीन चित्रकारी भी करता है। स्कूल में पेंटिंग की हर प्रतियोगिता रजत ने ही जीती है। रजत के पिता ने बताया कि जब वह चौथी कक्षा में पढ़ता था तो अपने पैतृक गांव रडू में घर के आंगन में खेल रहा था। उसी समय घर की छत के पास बिजली की एचटी लाइन से उसे जोरदार करंट लगा, जिससे उसके दोनों हाथ कंधे के बिलकुल पास से काटने पड़े।

Ekta