सरकारी स्कूल में किया गया राष्ट्रगान का अपमान

Sunday, Jun 17, 2018 - 04:36 PM (IST)

बडूही (अनिल ):देश की पहचान और आन-बान-शान का प्रतीक राष्ट्रगान को जिले के एक सरकारी स्कूल में नन्हे छात्रों को गाते समय रोकने का मामला सामने आया है। मामला जिला के एक सरकारी स्कूल में मॉर्निंग एसेम्बली के समय पेश आया। जहां अध्यापक ने जब राष्ट्रगान गाने के लिए बच्चों को निर्देशित किया तो एक व्यक्ति ने स्कूल परिसर में आकर इसे बंद करने को कहा और बच्चों को इसे गाने से रोका। इतना ही नहीं उसने अध्यापक को भी भविष्य में राष्ट्रगान बच्चों से न करवाने को चेताया I

राष्ट्रगान के अपमान पर हो सकती सजा
सम्बन्धित स्कूल के अध्यापक ने मामले की जानकारी एसएमसी प्रधान ,ग्राम पंचायत प्रधान सहित खंड शिक्षा अधिकारी को दी गई है। राष्ट्रगान के अपमान या गायन रोकने पर सजा हो सकती है। एडवोकेट अजय ठाकुर ने कहा कि ‘राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम, 1971’ की धारा 3 के अनुसार जो कोई व्यक्ति जान-बूझकर भारतीय राष्ट्रगान को गाए जाने से रोकता है तो उसे तीन वर्ष के कारावास, या जुर्माने, या दोनों से दंडित किया जाएगा।

देश का राष्ट्रगान हमारी पहचान 
देश का राष्ट्रगान ना केवल हमारी पहचान है बल्कि हमारी आन-बान- शान का प्रतीक भी है। पंडित रविंद्रनाथ टैगोर की कलम से लिखराष्ट्रगान जनगणमन को यूनेस्को की ओर से विश्व का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रगान करार दिया गया, जो बहुत गौरव की बात है। स्कूल के अध्यापक शेरखान पठान ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि घटना की जानकारी सी एच टी के माध्यम से खंड शिक्षा अधिकारी को दी गयी I ग्राम पंचायत प्रधान अरुणलता ने कहा कि अभिभावकों से उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है I 

kirti