बिना आवेदन 4 लोगों को 80 लाख का ऋण जारी करने पर KCCB की कॉलेज ब्रांच में हंगामा

Thursday, Feb 20, 2020 - 07:57 PM (IST)

ऊना (सुरेंद्र): कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक की कॉलेज ब्रांच से 80 लाख रुपए के ऋण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले को लेकर वीरवार को कॉलेज ब्रांच में जमकर हंगामा भी हुआ। शिकायतकर्ताओं और बैंक प्रबंधन के बीच जमकर तकरार हुई, जिसके बाद बैंक प्रबंधन ने पुलिस को बैंक में बुलाया। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने कभी भी बैंक ब्रांच में ऋण के लिए आवेदन ही नहीं किया तो फिर ऋण उनके नाम पर कैसे दे दिया गया। प्रबंधन उनकी न तो बात सुन रहा है और न ही कोई जानकारी दे रहा है। दूसरी तरफ बैंक प्रबंधक का कहना है कि शिकायत पर हैड ऑफिस में जांच चल रही है और उनके स्तर पर कोई भी आनाकानी नहीं की जा रही है।

कॉलेज ब्रांच से ऋण के लिए आवेदन ही नहीं किया

जिन लोगों के नाम पर ऋण जारी हुआ है उनका आरोप है कि उन्होंने कभी कॉलेज ब्रांच से ऋण के लिए आवेदन ही नहीं किया। सवाल यह है कि आखिर 80 लाख रुपए का ऋण किसे जारी कर दिया गया। विवादों में आई कांगड़ा बैंक की कॉलेज ब्रांच के इस ऋण की जांच का मामला अब हैड ऑफिस धर्मशाला में जांच का विषय बना हुआ है। मामले को लेकर कांगड़ा के फतेहपुर के तहत गांव धमेटा के शिकायतकर्ता सूरजकांत का कहना है कि उनके परिवार के 4 सदस्यों के नाम पर 20-20 लाख रुपए का ऋण वर्ष 2017 में जारी किया गया दर्शाया गया है। ऋण जारी करने के बाद न तो उन्हें कभी नोटिस निकाला गया और न ही कभी इस ऋण के बारे में उन्हें कोई जानकारी दी गई।

ऋण लेने के लिए आवेदन किया तो चला मामले का पता

मामले का तब पता चला जब उन्होंने अपने क्षेत्र में बैंक से ऋण के लिए आवेदन किया तो उनकी सिब्बल खराब आई। जब जांच की गई तो पता चला कि उनके नाम पर तो कांगड़ा बैंक की कॉलेज ब्रांच से ऋण जारी हुए हैं और खाते एनपीए हो चुके हैं। मामले को लेकर वर्ष 2019 में शिकायत दी गई तो इसके कुछ समय बाद करीब 18 लाख रुपए की अदायगी भी हो गई। शिकायत के बाद अब तक यह नहीं बताया गया कि आखिर ये ऋण किसे दिए गए, किस अधिकारी ने जारी किए तथा किसके खाते में यह राशि गई। बैंक न तो उन्हें इन खातों की डिटेल दे रहा है और न ही यह बता रहा है कि करीब 18 लाख रुपए की अदायगी किसने की है।

हैड ऑफिस कर रहा पूरे मामले की जांच : मैनेजर

इस संबंध में कांगड़ा बैंक ऊना की कॉलेज ब्रांच के प्रबंधक कृष्ण पाल सैनी का कहना है कि बैंक में ऋण आबंटन को लेकर शिकायत आई थी। शिकायत को जांच के लिए हैड ऑफिस भेजा गया था। मामले की उच्च स्तर पर जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि आखिर इन ऋणों के लिए किसने आवेदन किया था और किसके खाते में राशि गई है।

Vijay