नंबर वन मंडी से टमाटर उत्पादकों का मोहभंग, सेब की आवक हुई दोगुनी

Thursday, Oct 31, 2019 - 12:27 PM (IST)

सोलन (रवींद्र): देश की नंबर वन मंडी होने का गौरव प्राप्त कर चुकी सोलन की सब्जी मंडी से अब टमाटर उत्पादकों का मोहभंग होने लगा है। जिला टमाटर उत्पादन के लिए भी देशभर में विख्यात है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि वर्ष 2015 के मुकाबले सोलन मंडी में टमाटर की आवक करीब आधी रह चुकी है। इसके अलावा यहां सेब के कारोबार में वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष सेब की आवक दोगुनी हो गई। कृषि उपज मंडी सोलन में जिला सोलन, सिरमौर व शिमला जिला के किसानों का टमाटर व अन्य सब्जियां आती हैं। टमाटर उत्पादकों का यहां की स्थानीय मंडी से मोहभंग होना या उत्पादन घटना अच्छे संकेत नहीं हैं। 

अब तक करीब साढ़े 6 लाख क्रेट टमाटर पहुंचा

कृषि उपज मंडी सोलन में वर्ष 2019 में 22 अक्तूबर तक करीब 6,57,683 टमाटर के क्रेट पहुंचे हैं जो पिछले वर्षों के मुकाबले काफी कम हैं। टमाटर के दाम भी इस बार किसानों को काफी कम मिले हैं। यहां टमाटर का अब तक कुल 25,25,50,000 रुपए का कारोबार हुआ है। गत वर्षों के आंकड़ों की तुलना करें तो पता चलता है कि वर्ष 2015 के बाद हर वर्ष यहां टमाटर की आवक लगातार घटी है। किसान यहां से मुहं मोड़ रहे हैं।

सेब में परवाणु से आगे

कृषि उपज मंडी सोलन में वर्ष 2017 में अक्तूबर माह के अंत तक सेब का कारोबार करीब एक अरब रुपए का हुआ था। इसके मुकाबले इस वर्ष यह कारोबार करीब 1,81,89,57,000 रुपए तक हो चुका है। यही नहीं, यहां की टर्मिनल मंडी परवाणु में सोलन की अस्थायी मंडी से अधिक कारोबार दर्ज किया जाता था लेकिन इस बार यहां परवाणु से अधिक कारोबार हो चुका है। परवाणु में इस बार 1,72,95,83,000 रुपए के करीब कारोबार हो चुका है। यहां पर जिला शिमला, कुल्लू, मंडी, किन्नौर व सिरमौर से सेब पहुंचता है। 

लहसुन के मिले अच्छे दाम 

कृषि उपज मंडी सोलन में सिरमौर, शिमला व सोलन से इस बार 34,533  क्विंटल लहसुन की खेप पहुंची है। पिछले वर्ष करीब 49,340 किं्वटल लहसुन की फसल सोलन मंडी तक पहुंची थी।
वर्ष 2017 में करीब 63,467 क्विंटल लहसुन की फसल मंडी में पहुंची थी और कारोबार करीब 25 करोड़ रुपए के आसपास हुआ था। पिछले वर्ष किसानों को इसके दाम भी 10 से 60 रुपए तक मिले थे। इस बार लहसुन के दाम 100-200 रुपए तक भी मिले हैं। इससे किसानों को काफी फायदा हुआ है।

Edited By

Simpy Khanna