चर्चा का विषय रहे 202 कमरा छोड़ सकते हैं रामलाल मार्कंडेय, जानिए क्यों

Friday, Dec 29, 2017 - 10:30 AM (IST)

शिमला: प्रदेश सचिवालय में चर्चा का विषय रहे 202 नंबर कमरे को रामलाल मार्कंडेय छोड़ सकते हैं। मार्कंडेय नए कमरे की तलाश कर रहे हैं। इसे लेकर उन्होंने जी.ए.डी. से भी बात कर ली है। हालांकि अभी उन्हें नया कमरा नहीं मिला है। फिलहाल जब तक नया कमरा नहीं मिलता तब तक वे इसी कमरे में बैठेंगे। बता दें कि 202 नंबर कमरा हमेशा चर्चा में इसलिए रहा है क्योंकि इस कमरे में बैठने वाले सभी मंत्रियों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। वीरभद्र सरकार में भी यहां पर सुधीर शर्मा बैठते थे। उनको इस बार हार का सामना करना पड़ा है। 


उनसे पहले नरेंद्र बरागटा, आशा कुमारी व जे.पी. नड्डा भी चुनाव हार चुके हैं। हालांकि मार्कंडेय ने एक दिन पहले यह कहा था कि वे इस तरह के अंधविश्वास को नहीं मानते हैं और वे 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीतकर दिखाएंगे लेकिन अब उनके कमरा नंबर 202 चेंज करने की चर्चा जोरों पर है। वहीं कमरा नंबर 215 को लेकर उपजा विवाद भी खत्म हो गया है। 


बुधवार को इस कमरे में किशन कपूर और विक्रम सिंह ठाकुर 2 मंत्री पहुंच गए थे लेकिन वीरवार को 215 नंबर कमरे में किशन कपूर बैठे थे, वहीं विक्रम सिंह ठाकुर 328 नम्बर कमरे में बैठे। जी.ए.डी. ने 215 नंबर कमरा टैंटेटिव सूची में किशन कपूर को अलॉट कर रखा था। उधर, राजीव सजल भी अभी अस्थायी तौर पर दूसरे कमरे में बैठ रहे हैं। जी.ए.डी. ने उन्हें 21जी कमरा अलॉट कर रखा है। कमरा नंबर 202 को लेकर जब मार्कंडेय से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह अभी कमरा देख रहे हैं। फिलहाल वे अभी 202 कमरे में ही बैठेंगे।